रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : सासाराम: स्वस्थ शरीर के लिए जरूरी है स्वस्थ तन और मन. लेकिन आज के भाग दौड़ वाली जिंदगी में हम सभी अपने इसपर ध्यान नहीं दे पाते हैं. भारतीय सनातन परंपरा में ऋषि मुनियों ने हमेशा से आत्मा की खोज पर जोर दिया है. लेकिन वर्तमान दौर में हम सभी आर्थिक विकास को विकास का पैमाना मानते हैं. जबकि मानसिक और शारिरिक उन्नति से ही हमारा पूर्ण विकास हो सकता है. सासाराम में योग शिविर कार्यक्रम के दौरान योगाचार्य संतोष योगा ने रविवार को यह बातें कही. उन्होंने कहा कि हमारा शरीर हर दिन खुद के लिए 1 घंटे का समय मांगता है. जरूरी है कि हम सभी इस शरीर को व्यायाम, प्राणायाम और प्रकृति से जोड़कर स्वस्थ रखने का प्रयास करें. इस योग शिविर के कार्यक्रम के दौरान स्थानीय लोगों के अलावा सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ता भी मौजूद थे. यहां पहुंचे डॉ गंगासागर सिंह ने कहा कि योग को विकसित करने के लिए पतांजली जैसे महान ऋषियों का बड़ा योगदान रहा है. भारत के योग की आज पूरी दुनिया में पहुंच बढ़ी है. रोहतास जिले के जिला मुख्य़ालय़ सासाराम में योगा सेंटर विकसित करने का प्रयास सराहनीय है. सिंह ने कहा कि उम्मीद है हमारी युवा पीढ़ी प्रदेश के विकास के लिए खुद के दम पर इस तरह के प्रयास करेगी. जिससे बिहार की तस्वीर बदल सके. इस दौरान जय प्रकाश मौर्य, गोविंदा मिश्रा, कृष्णा प्रसाद सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे|
तस्वीर बदलने का कर रहे प्रयास
बिहार के युवा देश और दुनिया के हर कोने में विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे हैं औऱ राज्य का नाम रौशन कर रहे हैं. लेकिन अपनी मातृभूमि में आकर वहां विकास की सार्थक पहल करने वाले बहुत कम लोग हैं. लेकिन सासाराम के काली स्थान के रहने वाले संतोष योगा ने भारतीय योग पद्धति को प्रमोट करने के लिए यहीं पर योगा सेंटर खोलने का निर्णय लिया. जिसके विकास के लिए वो लगातार काम कर रहे हैं. 27 सालों से अपने गृह नगर से बाहर रहने वाले संतोष ने आज से 18 साल पहले योग का रास्ता अपनाया. उन्होंने मुंगेर के योग स्कूल से इसकी औपचारिक ट्रेनिंग भी ले रखी है. इसके अलावा देश के बड़े महानगरों के अलावा अमेरिका, स्वीजरलैंड और जर्मनी में योगा सिखाते रहे हैं. फिलहाल वो संतोष योगा और आयुर्वेदा रिट्रीट सेंटर विकसित कर रहे हैं. संतोष ने मीडिया से बातचीत में कहा कि आम लोगों को स्वस्थ रहने की सार्थक पहल वो करने जा रहे हैं. उनके संस्थान में योगा क्लासेज के अलावा योगा टीचर ट्रेनिंग भी होती है. उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं में विकास की असीम संभावनाएं है. वो अपने सेंटर के आस-पास के बच्चों को मुफ्त में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने में हर संभव मदद करते हैं|
