
रिपोर्ट: Rohtas Darshan चुनाव डेस्क | नई दिल्ली | Updated: 20 नवंबर 2025: कीमती धातुओं का बाजार 20 नवंबर को उतार–चढ़ाव से भरा दिखा। घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार—दोनों में सोना दबाव में रहा, जबकि चांदी में तेजी जारी रही। यह रुझान निवेशकों और खरीदारों के लिए कई संकेत देता है।
घरेलू बाजार में रुझान – सोना कमजोर, चांदी चमकी
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर आज ट्रेडिंग के दौरान:
• सोने के वायदा भाव लगभग ₹1,23,003 प्रति 10 ग्राम पर नीचे कारोबार कर रहे थे, जिससे यह साफ है कि सोने पर बिकवाली का दबाव बना हुआ है।
• वहीं चांदी लगभग ₹1,56,201 प्रति किलोग्राम पर ट्रेड कर रही थी, जिसमें 0.71% की तेजी नजर आई।
सोने और चांदी का यह अंतर स्पष्ट करता है कि निवेशक फिलहाल गोल्ड की तुलना में सिल्वर की ओर अधिक आकर्षित दिख रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय बाजार – सोना ढीला, चांदी में मजबूती बरकरार
कॉमेक्स (Comex) पर भी यही पैटर्न देखने को मिला:
सोना
• खुला: $4,079.90 प्रति औंस
• पिछला क्लोजिंग: $4,082.80 प्रति औंस
• खबर लिखते समय कारोबार: $4,077.70 प्रति औंस (5.10 डॉलर की गिरावट)
हालांकि इस साल सोना $4,398 प्रति औंस का ऐतिहासिक उच्च स्तर छू चुका है, लेकिन फिलहाल डॉलर की मजबूती और ब्याज दरों से जुड़े बाजार अनुमान इसमें नरमी ला रहे हैं।
चांदी
• खुला: $51.06 प्रति औंस
• पिछला क्लोजिंग: $50.85
• खबर लिखते समय: $51.13 प्रति औंस (0.28 डॉलर की बढ़त)
यानी वैश्विक स्तर पर चांदी में मांग और तेज़ी दोनों बरकरार हैं।
चांदी इस साल $53.76 के स्तर तक पहुँच चुकी है, जो निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी को दर्शाता है।
दिल्ली सर्राफा बाजार – तीन दिन की गिरावट के बाद उछाल
राष्ट्रीय राजधानी के फिजिकल मार्केट में बुधवार को सोने–चांदी के रेटों में जोरदार बढ़त देखने को मिली।
• सोना ₹1,500 बढ़कर ₹1,27,300 प्रति 10 ग्राम
• 99.5% शुद्धता वाला सोना ₹1,26,700 पर पहुंचा
वहीं चांदी में:
• ₹4,000 की तेजी के साथ भाव ₹1,60,000 प्रति किलोग्राम
पिछले तीन दिनों से गिरावट के चलते व्यापारी और निवेशक प्रतीक्षा कर रहे थे, लेकिन बुधवार का उछाल इस ठहराव को तोड़ता हुआ नजर आया।
सोना–चांदी में अलग रुझान क्यों?
सोना क्यों दबाव में?
• डॉलर की मजबूती
• अमेरिकी अर्थव्यवस्था के मजबूत संकेत
• ब्याज दरों में कोई कटौती के संकेत न मिलना
• ग्लोबल निवेशक गोल्ड से मुनाफावसूली कर रहे हैं
चांदी क्यों चमक रही है?
• इंडस्ट्रियल डिमांड बढ़ना
• इलेक्ट्रिक वाहनों, सोलर पैनल और टेक उद्योग में चांदी का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है
• निवेशक इसे “डबल बेनिफिट मेटल” समझते हैं—ज्वेलरी + इंडस्ट्रियल कमोडिटी
यही वजह है कि चांदी में तेजी के संकेत गोल्ड की तुलना में अधिक मजबूत हैं।
निवेशकों के लिए क्या है संकेत?
✔ सोना
• गिरावट पर खरीदारी के अवसर बन सकते हैं
• लंबी अवधि में सोना अब भी सुरक्षित निवेश माना जाता है
• अगर ब्याज दरों से जुड़े वैश्विक संकेत कमजोर हुए, तो सोना फिर उछल सकता है
✔ चांदी
• शॉर्ट और मीडियम टर्म में तेजी की संभावना अधिक
• औद्योगिक उपयोग की मांग लगातार बढ़ रही
• ट्रेडर्स के लिए यह हाई–रिटर्न वाला धातु साबित हो सकता है
खरीदने से पहले ध्यान रखें
• सोना–चांदी में उतार–चढ़ाव अंतरराष्ट्रीय स्थिति पर निर्भर रहता है
• MCX और स्थानीय बाजार के भाव एक–दूसरे को प्रभावित करते हैं
• बड़े निवेश से पहले ताजा रेट और ग्लोबल संकेत जरूर जांच लें


