16 नवम्बर को करेंगे उच्चस्तरीय समीक्षा
रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : 08 नवम्बर 2021 : पटना । सीएम नीतीश कुमार ने जहरीली शराब से हो रही मौतों पर सोमवार को सख्त लहजे में कहा कि किसी भी दोषी को नहीं बख्शा जाएगा, चाहे वह अवैध शराब कारोबारी हो या शराबबंदी का ठीक तरीके से पालन नहीं करवाने वाले अधिकारी से लेकर कर्मचारी। हम किसी को नहीं छोड़ेंगे।सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। हम एक-एक चीज की समीक्षा कर रहे हैं।16 नवम्बर को उच्चस्तरीय समीक्षा कर कार्रवाई का अभियान होगा ।सीएम नीतीश कुमार ने जनता दरबार के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शराब कितनी खतरनाक चीज है, ये किसी से छिपी नहीं है.।बावजूद इसके कुछ लोग इस धंधे में लगे हुए हैं और जहरीली शराब बेच रहे हैं। लोग भी इसे खरीद कर पी रहे हैं, जिससे उनकी जान चली जा रही है। हम बार-बार कहते हैं कि यह सब कीजिएगा तो नुकसान होगा, जो दो नंबर का धंधा करता है उस के माध्यम से लोग लेकर शराब का सेवन करते हैं, जिसका नतीजा यह होता है। सीएम नीतीश कुमार ने कहा 16 नवंबर को हमने एक मीटिंग बुलाई है, जिसमें हर जिले से हर चीज की जानकारी लेंगे और समीक्षा करेंगे। साथ ही हमने अधिकारियों से यह भी पूछा है कि जहां से अवैध शराब बिहार में प्रवेश कर रहा रहा वहीं पर क्यों नहीं पकड़ा जा रहा है।आखिर किसकी लापरवाही से बिहार के अंदर शराब पहुंच रही है, वैसे लोगों को चिन्हित कर उन पर कार्रवाई की जाएगी। बिहार में एक बार फिर से बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा, लोगों को जागरूक किया जाएगा ।
सीएम नीतीश कुमार ने इशारों-इशारों में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (पर भी हमला बोला।उन्होंने कहा कि हमने शराबबंदी कानून लागू किया कुछ लोग हैं जो सिर्फ बयान देते हैं कुछ करते नहीं।अगर आपके पास जानकारी है तो क्यों नहीं पुलिस को जानकारी देते हैं, ताकि लोग पकड़ा जाते। लेकिन, कुछ लोग सिर्फ बयानबाजी करते हैं। विधानसभा में सर्वसम्मति से तमाम पार्टियों ने शराबबंदी क़ानून लागू करने का फ़ैसला किया था, लेकिन आज वही लोग सिर्फ बयानबाजी कर रहे हैं। अगर आपके पास कोई सूचना है तो दीजिए, लेकिन सूचना देने के बजाय सिर्फ पत्र लिख दीजिएगा, मीडिया में बयान दे दीजिएगा, इससे क्या फायदा है? मुख्यमंत्री ने आपको क्या बनाया था आपको नहीं पता? लेकिन इसके बाद भी अगर आपको ज्ञान नहीं है तो उसका क्या फायदा? आपको तो सहयोग करना चाहिए । सभी ने विधानसभा में खड़े होकर शराबबंदी के लिए शपथ लिया था, आज वही लोग शराबबंदी का विरोध कर रहे हैं।
