
रिपोर्ट: Rohtas Darshan चुनाव डेस्क | बिहार | Updated: 24 नवंबर 2025: बिहार विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत से सत्ता में लौटने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरकार बनते ही एक्शन मोड में नजर आए हैं। सोमवार सुबह उन्होंने वैशाली जिले के हाजीपुर इंडस्ट्रियल क्षेत्र का औचक दौरा किया, जहाँ उन्होंने निर्माण इकाइयों की कार्यप्रणाली, उत्पादन व्यवस्था और श्रमिक सुविधाओं का गहन निरीक्षण किया।
बिस्कुट, शूज और जैकेट फैक्ट्रियों का लिया जायजा
सीएम नीतीश कुमार ने हाजीपुर पहुंचकर एक-एक कर कई औद्योगिक इकाइयों का मुआयना किया, जिनमें शामिल थीं—
• बिस्कुट निर्माण इकाई
• शूज (जूता) फैक्ट्री
• चीटर/जैकेट निर्माण फैक्ट्री
निरीक्षण के दौरान सीएम ने मज़दूरों, तकनीशियनों और मैनेजमेंट से सीधे बातचीत कर कार्य व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। सबसे दिलचस्प जानकारी उस समय सामने आई जब अधिकारियों ने बताया कि हाजीपुर की इस शूज फैक्ट्री में बने जूते सीधे रूसी सैनिकों के लिए निर्यात किए जाते हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने संतोष भी जताया और फैक्ट्री प्रबंधन से उत्पादन व विस्तार की संभावनाओं पर चर्चा की।
स्थानीय मजदूरों से खुलकर बातचीत, समस्याओं की जानकारी ली
बिस्कुट फैक्ट्री के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने स्थानीय कामगारों से काम की स्थिति, मजदूरी, प्रशिक्षण और सुविधाओं के बारे में सीधी प्रतिक्रिया ली।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि
• श्रमिकों को बेहतर कार्य वातावरण मिले
• उद्योगों में कौशल विकास और नौकरी सृजन को प्राथमिकता दी जाए
• उत्पादन यूनिटों को विस्तार और बाज़ार से जोड़ने में तेजी लाई जाए
निरीक्षण के दौरान जिला प्रशासन और उद्योग विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारी उनके साथ उपस्थित रहे।
चुनाव में रोजगार और उद्योग बड़ा मुद्दा रहा, अब शुरू हुआ अमल
इस विधानसभा चुनाव में बिहार में
• रोजगार,
• युवाओं का पलायन,
• और उद्योगों की स्थिति
सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा था। विपक्ष ने लगातार इस सवाल पर एनडीए को घेरा था।
सरकार ने चुनाव प्रचार के दौरान 5 वर्षों में 1 करोड़ रोजगार देने और बिहार में नए उद्योग स्थापित करने का वादा किया था। अब सीएम का यह दौरा इस ओर सक्रिय प्रशासनिक शुरुआत माना जा रहा है।
उद्योग मंत्री ने दी थी संकेत – रोजगार और उद्योग पर होगा सबसे ज़्यादा फोकस
रविवार को बिहार के उद्योग मंत्री दिलीप जायसवाल ने किशनगंज में बयान दिया था: “हमारी प्राथमिकता बिहार में कानून का राज मजबूत करना और युवाओं को रोजगार देना है। हर युवक को सरकारी नौकरी देना संभव नहीं है, इसलिए उद्योगों को बढ़ावा देना आवश्यक है।”
उद्योग मंत्री ने यह भी कहा कि:
• उद्योग विभाग जल्द संपूर्ण रोडमैप तैयार करेगा,
• जिन वस्तुओं का उपयोग दैनिक जीवन में होता है, उनका निर्माण बिहार में होने का लक्ष्य रखा जाएगा,
• और कुटीर उद्योगों को बड़े पैमाने पर बढ़ावा दिया जाएगा।
बिहार के उद्योगों को नई दिशा देने की तैयारी
निरीक्षण के बाद राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि—
• नीतीश कुमार उद्योग और निवेश क्षेत्र को सरकार की पहली प्राथमिकता बना चुके हैं,
• और अब चुनावी घोषणाओं को जमीनी रूप देने की शुरुआत हो चुकी है।
सीएम का हाजीपुर दौरा उद्योगों को
• गति, विस्तार, रोजगार और प्रशासनिक सहायता प्रदान करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है।


