राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पासवा के नेशनल कमिटी का विस्तार कर प्रदेश महामंत्री डॉक्टर एस पी वर्मा को राष्ट्रीय संयुक्त सचिव बनाने की घोषणा की|

- पासवा के अधिकारियों ने राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद समाइल अहमद एवं राष्ट्रीय संयुक्त सचिव डॉक्टर एस पी वर्मा को शाल और हार पहनाकर अभिनंदन किया
सासाराम, 2 जनवरी। नववर्ष पर शिक्षाविदों का संगठन प्राइवेट स्कूल्स चिल्ड्रेन वेल्फेयर एसोसिएशन की पहली बैठक शनिवार को संत पाॅल स्कूल के उमा ऑडिटोरियम में संपन्न हुआ। उक्त अवसर पर बैनर के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद समाइल अहमद एवं बिहार प्रदेश महामंत्री डाॅ एस पी वर्मा उपस्थित होकर संगठन विस्तार के साथ संगठन को मजबूत बनाने का आह्वान किया।
पासवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद समाइल अहमद एवं बिहार प्रदेश महामंत्री डाॅ एस पी वर्मा एवं रोहतास जिलाध्यक्ष रोहित वर्मा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत किया। तत्पश्चात महामंत्री डाॅ एस पी वर्मा ने संगठन के सभी सदस्यों को सम्बोधित करते हुए कहा कि वही संस्था या संगठन आगे बढ़ता है जब लोग नेतृत्व में विश्वास कर अपना समर्पण बनाये रखें। संगठन एक परिवार की तरह होता है। अब हम पासवा के लोग संगठित हो चुके हैं। नये साल में हमलोगों ने अपने बल का प्रदर्शन कर विद्यालय खोलने पर सहमति बनायी। लेकिन डर यह भी बना है कि कोविड स्ट्रेन के आ जाने से हमसभी को सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का अक्षरशः पालन करना भी होगा। तभी जाकर आप विद्यालय का संचालन कर पायेंगे। विद्यालय खोलने से पूर्व मास्क, सैनिटाइजर, टेमपरेचर मशीन आदि सारी अपरेटर्स को तैयार रखना पड़ेगा। जब विद्यालय खुलेगी तो सरकार और प्रशासन की निगाहें हम सभी पर बनी रहेगी।


कार्यक्रम के अंत में राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद समाइल अहमद ने बैनर से जुड़े सभी पदाधिकारियों एवं सदस्यों के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि इस एसोसिएशन में छोटा – बड़ा कोई नहीं है। नौ महीने के लाॅकडाऊन की अवधि में बैनर से जुड़े कई सदस्यों, शिक्षा जगत से जुड़े लोग इस दुनिया को छोड़कर चले गयें सबसे पहले मैं उन सभी के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। दु:ख की बात यह भी है कि अगर विद्यालय बंद रहेंगे तो हम वैज्ञानिक, इंजीनियर, डाॅक्टर, शिक्षा विदों को कहाँ से लायेंगे। लाॅकडाऊन अवधि में किराये के भवनों में चल रहे निजी विद्यालयों के बंद होने की सूचना मिलने लगी। निजी विद्यालयों में कार्यरत्त शिक्षक सब्जी बेचने से लेकर मजबूरी में मजदूरी करने पर उतर आयें। कितने शिक्षक- शिक्षिकाएँ कर्ज़दार हो गयें। बहुतेरे शिक्षकों ने अपना प्रोफेशन बदल दिया। लाॅकडाऊन के बाद व्यक्ति से जुड़े सभी चीजें खुल गई। सिनेमा, रैस्टोरेंट, माॅल, दुकानें आदि खुल गयें। लेकिन विद्यालय का न खुलना भयभीत कर दिया था। विद्यालय खोलने के लिए पूरे हिन्दुस्तान में लोगों को मैं जागृत करता रहा।

उन्होंने कहा कि मैं अपनी बातों को प्रधानमंत्री, शिक्षा मंत्री, मुख्यमंत्री और राज्यपाल तक भी रखा कि यदि निजी विद्यालय बंद हो जायेंगे तो शिक्षा व्यवस्था धराशायी हो जायेगी। सरकारी विद्यालयों में कैसी पढ़ाई होती है यह किसी से छिपा नहीं है। उन्होंने राज्यपाल और शिक्षामंत्री को सौंपे गये ज्ञापन में आरटीई के तहत निजी विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों की राशि सरकार जल्द मुहैया कराये। साथ ही नौ महीने की लाॅकडाऊन की अवधि में बंद पड़े विद्यालय के भवनों का विद्युत विच्छेद न कर सरकार विद्युत बिल माफ करे।अभिभावकों की आस्था और विश्वास निजी विद्यालयों में है। अगर सरकार हमारी बातों पर ध्यान नहीं देती है तो हमलोग सरकार के खिलाफ पूर्व की तरह पुनः सत्याग्रह कर धरने पर बैठने का कार्य करेंगे। सरकार का 4 जनवरी से विद्यालय खोलने का आह्वान ये हमारी एसोसिएशन के ताकत का अंजाम है।

बैनर के रोहतास जिला अध्यक्ष रोहित वर्मा ने राष्ट्रीय अध्यक्ष और राष्ट्रीय संयुक्त सचिव को मुरेठा और तलवार भेंट किया। इस अवसर पर बैनर से जुड़े रोहतास और कैमूर जिले से जुड़े सदस्यों ने उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना योगदान दिया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्र गान जन – गण – मन से हुआ।


इस कार्यक्रम को सफल बनाने में रोहतास जिला अध्यक्ष रोहित वर्मा, जिला उपाध्यक्ष सुभाष कुमार कुशवाहा, ज़िला सचिव समरेंद्र कुमार (समीर जी), जिला सह सचिव संग्राम कांत, जिला महामंत्री अनिल कुमार शर्मा , सुनील कुमार, संजय त्रिपाठी, कोषाध्यक्ष कुमार विकास प्रकाश, जिला संयोजक धनेन्द्र कुमार, ज़िला जनसम्पर्क पदाधिकारी दुर्गेश पटेल , डिहरी प्रखंड अध्यक्ष अरविंद भारती, सचिव प्रशांत सिंह, कोषाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद , चेनारी प्रखंड अध्यक्ष दिनेश्वर तिवारी, नस्रिगंज प्रखंड अध्यक्ष अजय कुमार सिंह, प्रखंड उपाध्यक्ष सोनू आनंद, प्रखंड सचिव सतनारायण प्रसाद, प्रखंड संयुक्त सचिव सैयद अबरार आलम, प्रखंड संयुक्त सचिव कपिल मुनि प्रसाद, प्रखंड पी आर ओ सरमद नसरुल्ला, प्रखंड संरक्षक निलेश कुमार, प्रखंड महामंत्री लक्ष्मण सिंह क़ाराकाट प्रखंड अध्यक्ष सुनील कुमार, प्रखंड उपाध्यक्ष करुणेश कुमार शांडिल्य, प्रखंड सचिव आदित्य राज, कोषाध्यक्ष बबन कुमार, प्रखंड पीआरओ अविनाश सिंह, प्रखंड संरक्षक अरुण कुमार, विक्रमगंज प्रखंड अध्यक्ष अनिता देवी, संरक्षक भारती जी , उपाध्यक्ष कमलेश कुमार , राजपुर प्रखंड अध्यक्ष यमुना चौधरी, दिनारा प्रखंड अध्यक्ष सत्येंद्र कुमार , सासाराम प्रखंड अध्यक्ष तेजनारायण पटेल , उपाध्यक्ष धनंजय सिंह, कोषाध्यक्ष तौकीर आलम, कोचस सचिव धनंजय कुमार, कोषाध्यक्ष रविन्द्र कुमार, करगहर प्रखंड अध्यक्ष अजित कुमार पटेल, उपाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार , सचिव ब्रजेश पांडेय , कोषाध्यक्ष अरविंद कुमार , संझौली प्रखंड अध्यक्ष श्याम सुंदर सिंह , उपाध्यक्ष सोनू कुमार पांडेय, सूर्यपुरा प्रखंड अध्यक्ष शिव यश पाल, दावथ प्रखंड अध्यक्ष विश्वजीत कुमार, शिवसागर प्रखंड अध्यक्ष चंदन कुमार राय ,तिलौथु प्रखंड अध्यक्ष मनोज सिंह , अकोढ़िगोला प्रखंड अध्यक्ष अशोक पाल, उपाध्यक्ष राजीव रंजन कुमार , सचिव बिनायक सिंह, डॉ आशुतोष पांडेय ने अहम योगदान किया।