नोखा। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के राष्ट्रीय आह्वान पर प्रखंड सह अंचल कार्यालय नोखा पर किसानों मजदूरों का विशाल धरना दिया गया धरना का अध्यक्षता करते हुए कामरेड भीम जी ने कहा कि भारतीय किसान कर्ज में जन्म लेते हैं कर्ज में जीते हैं तथा कर्ज में मर जाते हैं पिछले 15 वर्षों में पांच लाख से ज्यादा किसानों ने खुदकुशी की है। संगठित किसान आंदोलन से ही किसानों की मुक्ति संभव है ।

धरना को सीपीआई के कामरेड भीम सिंह महेंद्र चौधरी राजवंशी ईश्वर सिंह हकीम अंसारी तथा राजेंद्र सिंह सीपीआई एम एल के राम सकल प्रसारण मुन्ना राम तथा भाकपा माले लिबरेशन के लाल बहादुर सिंह चंदन पासवान कृष्णा पासवान हरदेव चौधरी ने संबोधित किया इन लोगों की मांग किसानों का समर्थन मूल्य पर धान खरीद अभिलंब चालू करो, भूमि अधिग्रहण संशोधन बिल वापस लो 7 साल तक सभी किसान मजदूरों का ₹10000 मासिक पेंशन दो स्वामीनाथ आयोग का रिपोर्ट लागू करो किसान विरोधी कृषि बिल वापस लो सभी मजदूरों को मनरेगा के तहत 200 दिन का रोजगार दो तथा कृषि क्षेत्र को मनरेगा में शामिल करो सार्वजनिक क्षेत्र को निजी करण शाह करना बंद करो किसानों का सस्ता बिजली बिल मुहैया करो तथा बिजली बिल में गड़बड़ी को सुधार करो आदि की मांग की गई।