सरकार ने शिक्षकों व हेडमास्टरों को सौंपा टास्क
आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 28 जनवरी 2022 : पटना। बिहार के सरकारी स्कूलों के शिक्षक और शिक्षा समितियों के सदस्य भी अब शराब पीने व बेचने वालों पर नजर रखेंगे। उनकी पहचान करेंगे। पहचान होते ही इसकी सूचना मद्य निषेध विभाग को देंगे। साथ ही, नशापान नहीं करने को लेकर लोगों को जागरूक भी करेंगे। शिक्षा विभाग ने शुक्रवार को पहली से लेकर 12वीं तक के स्कूलों के सभी शिक्षकों, स्कूल प्रधानों और शिक्षा समितियों को यह नया टास्क सौंपा है।
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने शुक्रवार को सभी क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक (आरडीडीई), सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) तथा सभी जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (डीपीओ) को नशामुक्ति अभियान को सफल बनाने का निर्देश दिया है। उन्होंने जिलों को इस बाबत भेजे पत्र में कहा है कि ऐसी सूचना मिल रही है कि अभी भी कुछ लोग चोरी-छिपे शराब का सेवन कर रहे हैं। इसका दुष्परिणाम शराब पीने वाले तथा उनके परिवार पर पड़ रहा है। ऐसे में इसे रोकना अति आवश्यक है। इस संबंध में प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों में विद्यालय शिक्षा समितियों की बैठक बुलाकर नशामुक्ति के संदर्भ में आवश्यक जानकारी दी जाय।

प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक, उच्च माध्यमिक विद्यालयों के सभी शिक्षक, सभी प्रधानाध्यापक, शिक्षा सेवक तथा शिक्षा समिति के सदस्यों को आरडीडीई, डीईओ निर्देश दें कि वे चोरी-छुपे शराब पीने या आपूर्ति करने वालों की पहचान करें। पहचान करने के बाद इसकी सूचना मद्य निषेध विभाग के मोबाइल नम्बर 9473400378 व 9473400606 व टॉल फ्री नम्बर 18003456268/ 15545 पर दें। सूचना देने वालों की पहचान गोपनीय रखी जाएगी। अपर मुख्य सचिव ने क्षेत्रीय शिक्षा अधिकारियों को यह भी सुनिश्चित करने को कहा है कि विद्यालय अवधि के बाद चोरी-छिपे शराब का सेवन करने वाले लोग विद्यालय परिसर का कतई उपयोग न करें।
