रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : 23 मार्च 2021 : बिक्रमगंज । कृषि विज्ञान केंद्र रोहतास में विश्व जल दिवस का आयोजन किया गया । इस कार्यक्रम में जमोढी , धनगाई एवं तूर्ती ग्राम के लगभग 115 महिला एवं पुरुष कृषकों ने भाग लिया । जल की महत्ता पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन अटारी पटना भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के निर्देश पर किया गया । इस कार्यक्रम में उपस्थित वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान आर के जलज ने बताया कि पीने योग्य जल की बचत करना अति आवश्यक है । आगे आने वाले समय में पीने योग्य जल की भारी किल्लत होने वाली है । वर्षा जल को संचित कर भूमिगत जल का लेवल हम बढ़ा सकते हैं । अपने बच्चों को जल संरक्षित करने के उपाय बताकर हम जल संचित कर सकते हैं । कृषि में स्प्रिंकलर एवं ड्रिप सिंचाई के प्रयोग कर हम जल संचित कर सकते हैं । डॉ रतन कुमार उद्यान वैज्ञानिक ने कार्यक्रम का संचालन किया एवं उपस्थित कृषकों को खेतों में जैविक मात्रा बढ़ाने हेतु गरमा , दलहन, मूंग एवं उड़द की खेती के बारे में बताया । उन्होंने दलहन की खेती से मिट्टी में नाइट्रोजन की मात्रा बढ़ने की बात कही । उद्यानिकी फसलों की खेती में ड्रिप एवं स्प्रिंकलर लगाने की सलाह दी गई एवं राज्य सरकार द्वारा जारी योजनाओं की भी जानकारी दी गई । कार्यक्रम में उपस्थित डॉ एम के द्विवेदी ने सभी किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि मिट्टी में जैविक पदार्थों की मात्रा बढ़ने से सिंचाई में कम जल का उपयोग होता है । सभी फसलों की खेती हेतु मृदा की जांच अति आवश्यक है। मृदा जांच कराकर उचित मात्रा में खाद का व्यवहार करना चाहिए । सिंचाई में उपयोग होने वाले जल, वर्षा द्वारा संचित जल से भी संभव है। जैविक खादों का प्रयोग करने से मिट्टी में जल धारण क्षमता बढ़ती है और सिंचाई में पानी कम लगता है। इस कार्यक्रम में महिला कृषकों में से नीता कुमारी, आरती देवी, अनीता देवी, आशा देवी, मीना देवी, शांति देवी एवं पुरुष किसानों में कमलेश कुमार, प्रदीप सिंह, रजनीकांत, सूरज सिंह, मंटू कुमार, नवीन कुमार, योगेंद्र साह, शिवनाथ शाह, दीपू कुमार मौजूद थे।

