आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 14 मार्च 2022 : डेहरी-ऑन-सोन । अखिल भारतीय संतमत सत्संग का 110 वां वार्षिक महाधिवेशन स्थानीय कटार बालू घाट पर सत्संग के दूसरे दिन संतो ने अपने प्रवचन में कहा कि गंगा नहाने से मनुष्य के पाप धुलते हैं, चंद्रमा से ताप का नाश होता है तथा कल्प वृक्ष दरिद्रता का हरण करते हैं, जबकि संतो का संग तीनों का हरण कर लेते है। संतो ने कहा कि सत्संग से परम कल्याण की प्राप्ति होती है। सत्संग के प्रभाव से पतित से पतित प्राणी का भी उद्धार हो जाता है। संतों ने कहा कि जो सदा दुराचार में लगे रहते हैं वह सत्संग से अपना पाप दूर कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि गाय के सींग पर राई का दाना जितना देर ठहर सकता है उतनी देर यदि मानव सत्संग करें तो उसका कायाकल्प कल्याण निश्चित है। संतमत सत्संग में सतगुरु प्रमोद जी महाराज, भागीरथी दास जी महाराज ,रघुनंदन बाबा ,देवनारायण बाबा सहित एक दर्जन संत उपस्थित थे मौके पर श्रद्धालुओं के साथ स्वागत समिति के अध्यक्ष पवन झुनझुनवाला, वेद प्रकाश, संत शर्मा, संत महासभा के पदाधिकारी कृष्ण कुमार यादव, दिव्य प्रकाश आदि उपस्थित थे।