आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 13 जुलाई 2022 : तिलौथू/ रोहतास : बरसात के मौसम में कड़ी धूप के बावजूद धान रोपनी का मुहूर्त धीरे-धीरे समाप्त होने की स्थिति में आ चुका है वैसी परिस्थिति में किसान मजबूर होकर बोरिंग की बदौलत धान रोपनी का कार्य वर्षा की उम्मीद पर कर रहे हैं पहाड़ी इलाकों के किसानों के समक्ष अकाल जैसी स्थिति हो चुकी है पहाड़ी झरनों पर चेक डैम बनाने का सरकारी दावा सासाराम और तिलौथू प्रखंड के बीच के इलाके में पूरी तरह से हवा-हवाई साबित हो रहा है इलाके के किसान तिलौथू प्रखंड के बेलवाई जलाशय परियोजना को पूरा करने की मांग उठा रहे हैं ऐसे में देखना होगा कि इलाके में सिंचाई सुविधा विकसित करने के लिए जिला प्रशासन सहित बिहार सरकार क्या कदम उठाती है फिलहाल बोरिंग की बदौलत किसान धान रोकने का कार्य कर रहे हैं ऐसे में उनके समक्ष धान की पैदावार बेहतर होगी कि नहीं यह एक चिंता का विषय बना हुआ है अभी इन इलाकों में 2% से भी कम धान रोकने का कार्य हुआ है अधिकांश खेत पूरी तरह से वर्ष आपके इंतजार में खाली पड़े हैं