डीआरडीए भवन में हुआ बारिश की पानी के संरक्षण पर मंथन
आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 14 जुलाई 2022 : सासाराम : बारिश के पानी की एक-एक बूंद का बहुत महत्व होता है. इसलिए इसका संरक्षण करना बहुत जरूरी है. ये सबकी प्राथमिकता होनी चाहिए कि हमें ना सिर्फ लोगों तक, किसानों तक, पानी पहुंचाना चाहिए, बल्कि ये भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि भूजल स्तर बढ़े. इसको लेकर सरकार पानी से जुड़ी चुनौतियां पर लगातार काम कर रही है. इसको लेकर गुरूवार को समाहरणालय परिसर स्थित डीआरडीए भवन के सभागार में ‘जल शक्ति अभियान: कैच द रैन’ का जिलास्तरीय बैठक हुआ. जिसमें अधिकारियों ने बारिश के पानी को बचाने व इसका संरक्षण करने पर मंथन किया. इसकी जानकारी देते हुए डीआरडीए निदेशक मो. मुमताज ने बताया कि ‘जल शक्ति अभियान: कैच द रैन’ अभियान के तहत वर्षा जल संचयन अभियान में ग्रामीण और शहरी इलाकों में चलाया जा रहा है. इसको लेकर जल शक्ति मंत्रालय/पेयजल और स्वच्छता विभाग के पदाधिकारियों द्वारा जिलास्तरीय बैठक आयोजित की गयी. जिसमें उक्त अभियान से संबंधित कई अहम बिन्दुओं पर चर्चा की. पदाधिकारियों ने कहा कि ‘जल शक्ति अभियान: कैच द रैन’ अभियान के तहत वर्षा जल संचयन अभियान में ग्रामीण और शहरी इलाकों में चलाया जा रहा है. इसके लिए नारा लगाया गया कि ‘जहां भी गिरे और जब भी गिरे, वर्षा का पानी इकट्ठा करें. जलाशयों का उपयोग ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में जलापूर्ति में किया जा सकता हैं. असंक्रमित पानी का पुन:उपयोग योजना की मुख्य विशेषता हैं.
इस योजना के अंतर्गत किसानों को जल संरक्षण के लिए शिक्षित भी किया जाएगा. उन्हें बिना जल बर्बाद किये होने वाली आधुनिक सिंचाई तकनीक से भी अवगत करवाया जाएगा. पूरी तरह जलाशयों पर निर्भर रहने के स्थान पर उन्हें वर्ष भर के लिए जल का संरक्षण करना और उसका सिंचाई में अधिकाधिक उपयोग करने की तकनीक भी सिखाई जायेगी. शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में जल संरक्षण के लिए जागरूकता लानी अनिवार्य हैं. बैठक में नगर आयुक्त सह उप विकास आयुक्त शेखर आंनद, पीडीओ मनरेगा संजय कुमार सहित कई जिलास्तरीय अधिकारी उपस्थित थे.