आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 26 अप्रैल 2022 : नोखा। सरकार द्वारा गेहूं अधिप्राप्ति के लिए प्रक्रिया 20 अप्रैल से शुरू हो गई है पर पांच दिन बाद भी नोखा प्रखंड क्षेत्र के पैक्स में गेहूं की अधिप्राप्ति शून्य है। इस बार किसान सरकारी दर पर पैक्स में गेहूं देने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। किसानों को पैक्स से अधिक दाम व्यापारियों द्वारा दिया जा रहा है। किसानों को उम्मीद है कि उन्हें खुले बाजारों में गेहूं के और अच्छे भाव मिलेंगे। सरकार 30 जून तक सरकारी दर पर गेहूं की खरीद करेगी। इसके लिए गेहूं का समर्थन मूल्य 2015 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है। यह मूल्य पिछले वर्ष की अपेक्षा 40 रुपये अधिक है। गेहूं की खरीद के लिए विभागीय स्तर पर 11 अप्रैल से ही किसानों का रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुका है। नोखा प्रखंड की 13 पैक्स,एक व्यापार मंडल, नगर पैक्स में से सिर्फ तीन किसान ने रजिस्ट्रेशन कराया है। व्यापारी किसानों से सरकारी रेट से अधिक 2025 से 2100 रुपये प्रति क्विंटल गेहूं खरीद रहे हैं। यही कारण है कि किसान सरकारी खरीद का इंतजार छोड़ गेहूं बेचने में व्यापारियों को तरजीह दे रहे हैं। किसानों ने बताया कि पिछले वर्ष गेहूं तैयार होने के बाद 1300 से 1400 रुपये प्रति क्विंटल गेहूं का भाव मिल रहा था। बीसीओ गोविन्द कुमार व गन्धारी राम ने बताया कि सरकार द्वारा नोखा के लिए कोई लक्ष्य प्राप्त नहीं हुआ है। वर्तमान में व्यापार मंडल,और सिसिरता पैक्स,नगर पैक्स को गेहूं खरीद की जिम्मेवारी सौंपी गई है। अबतक तीन किसान ही गेहूं बेचने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराए हैं जिसके कारण अब तक अधिप्राप्ति शून्य है।