- शहीद का शव पहुंचते ही जय हिंद के नारे लगाने लगे युवा
- शव यात्रा में शामिल हुए प्रशासनिक, अर्धसैनिक बल के अधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं हजारों ग्रामीण
- 12 वर्षीय शहीद के पुत्र ने दी मुखाग्नि , गार्ड ऑफ ऑनर के तहत 24 राउंड हुई फायरिंग
आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 23 जून 2022 : बिक्रमगंज/रोहतास । ओडिशा के नऊपाड़ा जिले के पथधारा इलाके में नक्सलियों के साथ हुए मुठभेड़ के दौरान शहीद रोहतास जिले के काराकाट प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत दनवार के निज ग्राम सरैया निवासी धर्मेंद्र कुमार सिंह का शव जैसे ही उनके पैतृक गांव पहुंचा पूरा इलाका जय हिंद एवं वंदे मातरम के नारे से गूंज उठा । शहीद के शव की अगवानी में इब्राहिमपुर मोड़ पर पहुंचे सैकड़ों युवाओं एवं जनप्रतिनिधियों ने फूल मालाओं से शहीद के शव की अगवानी की तथा शव के साथ दौड़ लगाते हुए वंदे मातरम एवं जय हिंद का नारा लगाते शहीद के शव को उनके पैतृक निवास के पास पहुंचाया । अर्ध रात्रि में भी युवाओं एवं ग्रामीणों का जोश कम नहीं रहा । जानकारी के अनुसार शहीद धर्मेंद्र कुमार सिंह का शव रात्रि में लगभग 12: 00 बजे के करीब अर्धसैनिक बल के ट्रक से उनके पैतृक गांव लाया गया । शव आने की सूचना मिलने पर पहुंचे रोहतास पुलिस कप्तान आशीष भारती , बिक्रमगंज प्रभारी एसडीएम मधुसूदन प्रसाद , बिक्रमगंज एसडीपीओ शशि भूषण सिंह , काराकाट बीडीओ सिद्धार्थ कुमार , सीओ अमरेश कुमार , कछवां थानाध्यक्ष विरेंद्र कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारियों ने शहीद के परिजनों से मुलाकात कर शव यात्रा एवं अंत्येष्टि कार्यक्रम की तैयारी का जायजा लिया । पटना रेंज के सीआरपीएफ के आला अधिकारियों के पहुंचने के उपरांत गुरुवार की सुबह शहीद की शव यात्रा आरंभ की गई ।
शहीद के दर्शन के लिए उमड़ी भीड़
शहीद के शोभायात्रा से पूर्व आयोजित श्रद्धांजलि सभा में अंतिम दर्शन के लिए रखे गए शव को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी । हाथों में तिरंगा लिए सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों एवं युवाओं ने अपने मिट्टी के लाल शहीद धर्मेंद्र कुमार सिंह का अंतिम दर्शन किया । परिजनों एवं ग्रामीणों के अलावे दूरदराज से आए जनप्रतिनिधियों एवं आम लोगों ने शहीद के शव का अंतिम दर्शन किया । अंतिम दर्शन में भाग लेने वालों में भारत सरकार के पूर्व मंत्री डॉ कांति सिंह , जदयू जिलाध्यक्ष अजय कुशवाहा , राजद नेता डॉ श्रीनिवास सिंह , कमलेश कुमार यादव , जिला पार्षद उमेश कुमार यादव , प्रखंड प्रमुख प्रतिनिधि नारायण पासवान , सामाजिक कार्यकर्ता धनंजय सिंह सहित अन्य लोग शामिल है ।
श्रद्धांजलि सभा का आयोजन
शहीद की शव यात्रा से पूर्व श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया । जिसमें प्रशासनिक अर्धसनिक बल के अधिकारी , जनप्रतिनिधि एवं अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं ने शहीद के शव पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया । पुष्पांजलि अर्पित करने वालों में सीआरपीएफ पटना रेंज डीआईजी संजय कुमार , 47 बटालियन कमांडेंट जियाउ सिंह, 159 बटालियन गया कमांडेंट कमलेश कुमार, 2 आईसी 47 बटालियन के विनीत कुमार, सूबेदार मेजर श्रवण कुमार , शव के साथ उड़ीसा से आए कांस्टेबल पवन कुमार , रणधीर गौर , अश्विनी कुमार ओझा , रविकेश दुबे, डीडीसी रोहतास अमित शेखर , एसपी रोहतास आशीष भारती, बिक्रमगंज प्रभारी अनुमंडल पदाधिकारी मधुसूदन प्रसाद, बिक्रमगंज अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी शशि भूषण सिंह, नासरीगंज इंस्पेक्टर दयानंद शर्मा , कछवां थानाध्यक्ष विरेंद्र कुमार सिंह , पूर्व मंत्री डॉक्टर कांति सिंह , जिला पार्षद उमेश प्रसाद यादव सहित अन्य गणमान्य लोगों ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दिया ।
शव यात्रा में शामिल हुए हजारों लोग 1 किलोमीटर लंबी चली शव यात्रा
शहीद के अंतिम दर्शन एवं श्रद्धांजलि सभा के उपरांत आरंभ हुई शहीद की शव यात्रा में हजारों लोगों ने भाग लिया । शहीद के पैतृक आवास से लेकर सोन के तटीय इलाके तक लगभग 1 किलोमीटर शव यात्रा आरंभ हुई । शव यात्रा में 1 किलोमीटर तक लोगों की कतार शव के साथ लगी रही ।बीच-बीच में शहीद धर्मेंद्र अमर रहे एवं जय हिंद एवं वंदे मातरम के नारे से पूरा माहौल ही देश भक्ति के जज्बे से ओतप्रोत हो गया । शहीद के शव को कंधा देने एवं साथ चलने के लिए युवाओं में होड़ मची रही । शव को कंधा दें तथा शव यात्रा में भाग ले युवा अपने आप को धन्य मान रहे थे ।
शहीद को दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर
शहीद के शव को चीता पर लिटा कर शव के साथ आए सीआरपीएफ के जवानों एवं पटना रेंज तथा गया रेंज के सीआरपीएफ जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर के साथ अंतिम सलामी दी । गार्ड ऑफ ऑनर के तहत 24 तोपों की सलामी दी गई । शोक धुन का बिगुल बजते सभी साथियों की जहां आंखें नम हो गई , वही आम लोग भी गमगीन हो गए । शोक धुन के साथ ही सलामी में शामिल सभी जवानों ने अपने-अपने हथियार नीचे की ओर झुका अपने साथी के खोने का गम जताया । उड़ीसा से साथ आए शहीद धर्मेंद्र के साथियों में गम के साथ गुस्सा भी साफ-साफ दिखा ।
12 वर्षीय पुत्र ने दी मुखाग्नि
शहीद धर्मेंद्र कुमार सिंह के एकलौते 12 वर्षीय पुत्र रौशन कुमार ने अपने शहीद पिता की अंत्येष्टि कार्यक्रम में अपने पिता को मुखाग्नि दे अंतिम विदाई दी । शहीद पिता को मुखाग्नि देते हुए पुत्र रौशन कुमार फफक कर रोते बिलखते अपने दादा रामायण सिंह के साथ लिपट गया , जिसे देख सभी की आंखें नम हो गई ।