आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 10 अगस्त 2022 : पटना । बिहार के राज्यपाल फागू चौहान ने नीतीश कुमार को राजभवन में बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई है । वहीं राजद नेता तेजस्वी यादव ने बिहार के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली है ।
इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आप हमारी पार्टी के लोगों से पूछ लीजिए की क्या सबकी स्थिति हुई। मैं मुख्यमंत्री(2020 में) बनना नहीं चाहता था। लेकिन मुझे दवाब दिया गया कि आप संभालिए। बाद के दिनों में जो कुछ भी हो रहा था, सब देख रहे थे। हमारी पार्टी के लोगों के कहने हम अलग हुए है ।
आपको बता दे कि इससे पहले नीतीश कुमार पहली बार साल 2000 में मुख्यमंत्री बने थे। विधायकों की संख्या बहुमत से कम होने के बावजूद उन्होंने 3 मार्च, 2000 को पहली बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली और सात दिनों तक मुख्यमंत्री बने रहे। चूंकि न तो राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और न ही राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) विधानसभा में आधे रास्ते को पार कर सका, इसलिए नीतीश ने 10 मार्च, 2000 को विधानसभा में विश्वास मत होने से पहले ही इस्तीफा दे दिया था।
2005 में नीतीश कुमार ने दूसरी बार बिहार के सीएम के रूप में शपथ ली, जब उनकी पार्टी ने 88 सीटें जीतीं और उसकी सहयोगी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 55 सीटें जीतीं। झारखंड के गठन के कारण 243 सदस्यीय सदन में सरकार 122 के बहुमत के निशान के माध्यम से रवाना हुई। उन्होंने अपना पांच साल का कार्यकाल सफलतापूर्वक पूरा किया।
2010 में उन्होंने फिर से सीएम के रूप में शपथ ली, लेकिन 2013 में उन्होंने भाजपा को छोड़ दिया और चुनाव हारने के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया और जीतन राम मांझी को सीएम नियुक्त किया। हालांकि, उन्होंने 2015 में सीएम के रूप में वापसी की और कहा कि इस्तीफा देना एक गलती थी। 2015 में उन्होंने राजद के साथ गठबंधन किया और चुनावों में जीत हासिल की, लेकिन 2017 में उन्होंने राजद को छोड़कर भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई। भाजपा के साथ गठबंधन 2020 में विधानसभा चुनाव तक जारी रहा और उन्होंने सातवीं बार सीएम के रूप में शपथ ली।