आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 09 जनवरी 2023 : छपरा : सोमवार को नीतीश कुमार की सारण में समाधान यात्रा संपन्न हो गई ।रोड मार्ग से पटना से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने काफिले के साथ दरियापुर प्रखंड के मटिहनी पंचायत के वार्ड नंबर 13 में भैरोपुर गांव पहुंचे। वहां पर उन्होंने चिन्हित स्थानों पर उद्यमियों से मुलाकात की तथा उनसे वार्ता करने के बाद वहां आम महिलाओं एवं लोगों की समस्याओं से भी रूबरू हुए। मटिहनी को बिल्कुल दुल्हन के तरीके से सजा दिया गया था तथा प्रशासनिक पदाधिकारियों का जमावड़ा लगा हुआ था। मटिहान से सीधे रोड मार्ग से ही मुख्यमंत्री छपरा शहर से कुछ पहले निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किए। इस निरीक्षण के दौरान उनके साथ मुख्य सचिव, डीजीपी, जिलाधिकारी सारण, एसपी सारन तथा स्थानीय विधायक एवं मंत्री इत्यादि मौजूद थे । वही मीडिया से रूबरू होते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि मैं यात्रा पर इसलिए चला हूं कि लोगों की समस्याओं को सुन सकूं एवं उनके समस्याओं का समाधान कर सकूं। सारण में इंजीनियरिंग कॉलेज को बहुत पहले ही स्थापित कर दिया गया है। अब मेडिकल महाविद्यालय से लोगों की इलाज के साथ-साथ लड़कों एवं लड़कियों के पढ़ाई के भी समुचित व्यवस्था कर दी गई है । अब यहां के नागरिकों को चाहिए कि अपने लड़के और लड़कियों को समुचित तरीके से शिक्षा दें । ताकि बिहार का विकास काफी तेजी से हो सके क्योंकि शिक्षा के बदौलत ही विकास संभव हो पाएगा। वही मुख्यमंत्री का काफिला इंजीनियरिंग कॉलेज से निकलकर सारण जिले के मुख्यालय में प्रवेश किया तथा सर्किट हाउस में उन्होंने हल्का जलपान करने के बाद कन्या उच्च विद्यालय छपरा स्थित प्रेक्षागृह में जीविका दीदियों से वार्ता की तथा वार्ता करने के बाद उन लोगों की समस्याएं भी सुनी उसके समाधान का निदान भी बताया तथा वहां से श्री कुमार समाहरणालय स्थित सभागार में गए। जहां सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक किए। इस समीक्षा बैठक में विभिन्न पहलुओं पर विचार करते हुए पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।

फूल मालाओं के साथ महिलाओं ने किया स्वागत

जैसे ही जिले के दरियापुर प्रखंड के मटिहान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का काफिला पहुंचा महिलाओं ने भव्य स्वागत किया महिलाओं के स्वागत से श्रीकुमार काफी खुश दिखे तथा उन्होंने महिलाओं से यह बात करते हुए कहा कि आप अपनी बच्चियों को निश्चित रूप से पढ़ाइए और किसी भी लड़की की शादी 18 वर्ष के पहले मत कीजिए।

एक झलक पाने के लिए रोड किनारे खड़े रहे लोग

सारण जिले के दौरे का समाचार सुनकर जिले के आम नागरिक जिस जिस रास्ते से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का काफिला जाने वाला था उस सड़क के किनारे दोनों तरफ उनके एक झलक को पाने के लिए खड़े रहे । घने कोहरे का भी आम नागरिकों पर कोई असर नहीं पड़ा। अपने मुख्यमंत्री के दीदार के लिए इस कप कपाती ठंडी एवं घने कोहरे में भी सड़क के दोनों किनारे लोगों का जमावड़ा लगा रहा। जब तक कि वे लोग नीतीश कुमार के एक झलक को नहीं पा लिया। उनको देखने के बाद ही धीरे-धीरे भीड़ हटनी शुरू हो जाती थी तथा लोग अपने अपने कार्यों में चले जाते नजर आए। लेकिन जब तक उन रास्तों से श्रीकुमार गुजरे नहीं तब तक नागरिकों का जमावड़ा लगा रहा।

दरियापुर में जीविका दीदियों से भी किए, मुलाकात चेक देकर किया गया प्रोत्साहित

मुख्यमंत्री ने वहां जीविका दीदियों से मुलाकात की और स्वयं सहायता समूह द्वारा बनाए गए विभिन्न उत्पादों का निरीक्षण किया। उन्होंने सतत् जीविकोपार्जन योजना के तहत 90 परिवारों को 12 लाख 23 हजार 950 रुपये का चेक सौंपा। जीविका दीदियों ने प्रतीक चिन्ह भेंटकर मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया। साथ ही जीविका दीदियों ने अपने द्वारा तैयार किए गए उत्पाद को भी मुख्यमंत्री को भेंट किया। जीविका दीदियों ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जीविका से जुड़ने के बाद हमलोगों के जीवन में काफी बदलाव आया है और अब हमलोगों का परिवार खुशहाल है। ये सब आपकी कृपा से हुआ है।

होल्डिंग बैनर पोस्टर से पटा रहा जिला का क्षेत्र

मुख्यमंत्री के सारण आगमन के तहत कार्यकर्ताओं एवं बड़े से छोटे नेताओं तक के बैनर पोस्टर और होर्डिंग से पूरा शहर एवं जिस जिस रास्ते से मुख्यमंत्री का काफिला गुजारना था पटा रहा। शायद ही कोई ऐसा जगह हो जहां मुख्यमंत्री के समाधान यात्रा का बैनर या पोस्टर नहीं लगा हो। जिले के छोटे से बड़े नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ अपना फोटो निवेदक में लगा कर के समाधान यात्रा का बैनर चौक, चौराहे, टेलीफोन के खंभे बिजली के खंभे इत्यादि पर लगाए गए थे। साथ ही साथ सड़क पर बड़े-बड़े तोरण द्वारो का भी निर्माण कराया गया था।

ज्ञापन दाताओं के भीड़ से परेशान रहा प्रशासन

छपरा सर्किट हाउस में जैसे ही मुख्यमंत्री का पदार्पण हुआ विभिन्न लोगों के द्वारा अपने ज्ञापन को देने के लिए भीड़ लग गई । इस भीड़ को संभालने में प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ी ।अंत में माइकिंग के माध्यम से सदर एसडीएम ने लोगों को समझाने का प्रयास किया। लोग इस बात पर अड़े हुए थे कि हम लोग मुख्यमंत्री के हाथों में जा कर के अपना ज्ञापन सौंपेंगे जबकि प्रशासन का यह कहना था कि आप लोग ज्ञापन हम लोग के हाथ में दीजिए और हम लोग मुख्यमंत्री तक उसको पहुंचाएंगे। लोग मरने के लिए तैयार नहीं थे। किसी तरीके से माइकिंग के तहत सदर एसडीएम लोगों को समझा-बुझाकर उनसे ज्ञापन अपने हाथों में लेने में कार्य किये तथा एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर ज्ञापन दाता लौट गए।

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