आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 14 जनवरी 2023 : पटना । बिहार के सत्तारूढ़ राजद में शुक्रवार को शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर सिंह की राम चरित मानस पर की गई टिप्पणी को लेकर प्रदेश प्रमुख जगदानंद सिंह के समर्थन करने के बाद पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने सार्वजनिक रूप से अपनी असहमति जाहिर की। पार्टी मुख्यालय में जगदानंद सिंह के साथ बैठे तिवारी ने कहा कि ‘राम चरित मानस’ पर आपत्ति जताने का पार्टी में कोई फैसला नहीं हुआ है।

उन्होंने कहा- मैं जगदानंद सिंह के बयान से सहमत नहीं हूं। अगर पार्टी ने राम चरित मानस और राम पर आपत्ति जताने का फैसला किया है, तो तेजस्वी यादव की उपस्थिति में एक बैठक आयोजित की जानी चाहिए और तब निर्णय लिया जाना चाहिए। जहां तक मेरी जानकारी है संबंधित, राम चरित मानस और राम पर आपत्ति जताने के लिए पार्टी द्वारा ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है।

तिवारी ने समाजवादी नेता राम मनोहर लोहिया का हवाला देते हुए कहा कि वह राम को ‘महापुरुष’ मानते हैं। उन्होंने कहा, वह राम के नाम पर मेले का आयोजन करते थे..प्रसिद्ध चित्रकार मकबूल फिदा हुसैन ने राम के सैकड़ों होडिर्ंग्स बनाए। वह सार्वजनिक मंचों पर कई बार राम के प्रति अपना सम्मान व्यक्त कर चुके हैं।

तिवारी ने कहा- महात्मा गांधी भी राम को मानते थे। जब उनकी हत्या हुई तो उनके मुंह से निकले आखिरी शब्द ‘हे राम’ थे। इसलिए ‘राम चरित मानस’ में बहुत सारी अच्छी बातें हैं और बड़ी संख्या में लोग इस पर विश्वास करते हैं। हम बुद्ध के बारे में बात करते हैं, एक या दो लोगों को उनके बारे में ज्ञान है लेकिन अगर आप देश में कहीं भी राम के बारे में बात करते हैं तो गांव के अनपढ़ लोग भी आपको उनके बारे में चार-पांच कहानियां सुना देंगे।

उन्होंने यह भी कहा कि बिहार के शिक्षा मंत्री की जीभ लाने पर 10 करोड़ रुपये के इनाम की घोषणा करने वाला फर्जी संत अपराधी है। किसने उसे हिंसा फैलाने का अधिकार दिया। उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए। जगदानंद सिंह ने दो दिन की चुप्पी के बाद कहा कि पूरी पार्टी यादव के पीछे खड़ी है और वह राम चरित मानस पर अपना बयान वापस नहीं लेंगे।

उन्होंने कहा- राजद मंडल के लोगों को कमंडल (भगवा विचारधारा) की विचारधारा वाले लोगों से हारने की अनुमति नहीं दे सकता है। हमारे पास लोहिया जी, कपर्ूी ठाकुर जी की समाजवादी विचारधारा है, जिन्होंने अपने पूरे जीवन के लिए समाजवादी मूल्यों के लिए लड़ाई लड़ी। हमारे समाजवादी नेता लालू प्रसाद यादव बीमार हैं। अब हमारे पास कोई समाजवादी क्रांतिकारी नेता नहीं है लेकिन उन्होंने जो रास्ता दिखाया, उस पर चंद्रशेखर जी राजनीति कर रहे हैं।

चंद्रशेखर जी इससे डरने वाले नहीं हैं। मैं उन्हें विश्वास दिलाना चाहता हूं कि पूरा राजद परिवार उनके साथ खड़ा है। हमने हमेशा कमंडल विचारधारा के खिलाफ लड़ाई लड़ी है और हम फिर से ऐसा करेंगे। पीछे हटने की कोई जरूरत नहीं है।

यादव ने बुधवार को नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह के दौरान दावा किया कि ‘मनु स्मृति’, ‘राम चरित मानस’ और आरएसएस के दूसरे प्रमुख एम.एस. गोलवलकर के बंच ऑफ थॉट्स ने समाज में नफरत फैलाई।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !! Copyright Reserved © RD News Network