आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 01 मई 2022 : पुर्णिया: बिहार के पूर्णिया में पहले इथेनॉल प्लांट का शुभारंभ हो गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज इस प्लांट का उद्घाटन किया है. इस अवसर पर प्रदेश के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन , खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेशी सिंह और पूर्णिया के सांसद संतोष कुशवाहा मौजूद रहे.
केंद्र और राज्य की इथेनॉल पॉलिसी के बाद देश के पहले ग्रीन फील्ड ग्रेन बेस्ड इथेनॉल प्लांट का शुभारंभ सीएम नीतीश कुमार ने आज पूर्णिया में किया. पूर्णिया स्थित कृत्यानंद नगर के परोरा में इस्टर्न इंडिया बायो फ्यूल्स प्राइवेट लिमिटेड की तरफ से 105 करोड़ की लागत से यह प्लांट स्थापित हुआ है. इस प्लांट की उत्पादन क्षमता 65 हजार लीटर प्रतिदिन है. इससे एनिमल फीड बनाने के लिए जो पोषक तत्व से पूर्ण कच्चेमाल का भी उत्पादन बायो प्रोडक्ट के रूप में होगा.
आज से शुरू हुए इस प्लांट की जरूरत को पूरा करने के लिए हर दिन करीब 145 से 150 टन चावल या मक्के की जरूरत होगी. प्लांट में तैयार इथेनॉल को ऑयल मार्केटिंग कंपनी को बेचा जायेगा. इसके लिए तेल मार्केटिंग कंपनियों से 10 साल का करार हुआ है.
उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार देश का एथेनॉल हब बनने की राह पर तेजी से आगे बढ़ने लगा है. बिहार इथेनॉल पॉलिसी 2021 के बाद बिहार में स्थापित हो रही 17 एथेनोल इकाइयों में से पहले ग्रीनफील्ड ग्रेन बेस्ड इथेनॉल इकाई ने उत्पादन शुरू कर दिया है और बहुत जल्द तीन और एथेनोल इकाइयों का शुभारंभ होगा. उन्होंने कहा कि एथेनॉल उद्योग बिहार के युवाओं के लिए रोजगार की उम्मीद पूरी करेगा तो इससे बिहार के किसानों की आमदनी में भी जबरदस्त वृद्धि होगी.
जानकारी हो कि अत्याधुनिक तकनीक की मशीनों से लैस पूर्णिया में बना ईस्टर्न इंडिया बायोफ्यूल्स प्रा. लि. का एथेनॉल प्लांट पर्यावरण अनुकूल भी है. प्लांट की डिजाइनिंग ऐसी है कि पर्यावरण की अनुकूलता को देखते हुए जीरो लिक्विड डिस्चार्ज सुनिश्चित होगा.
2021 में लाई गई बिहार की एथेनॉल उत्पादन प्रोत्साहन नीति काफी सफल रही. इसके तहत बिहार में 151 एथेनॉल ईकाईयों की स्थापना के लिए कुल 30,382 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव आए, लेकिन कोटा कम मिलने से फिलहाल 17 एथेनॉल ईकाईयों की स्थापना पहले चरण में हो रही है.
फिलहाल बिहार को 36 करोड़ लीटर सालाना एथेनॉल आपूर्ति का कोटा मिला है लेकिन एथेनॉल उत्पादन के लिए कच्चे माल और पानी की उपलब्धता, इसमें निवेश के लिए आए प्रस्ताव और अन्य अनुकूलता को देखते हुए बिहार के एथेनॉल उत्पादन की क्षमता 172 करोड़ लीटर सालाना है.