अथॉरिटी ने संशोधित फॉर्मूलेशन की रिपोर्ट भी मांगी है। कहा है कि जबतक नए फॉर्मूलेशन को मंजूरी नहीं दी जाती है तबतक प्रोडक्शन नहीं किया जाएगा। प्राधिकरण द्वारा गठित एक पैनल पहले ही उत्पादों के मूल फॉर्मूलेशन शीट और लेबल दावों की जांच कर चुका है।

आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 11 नवम्बर 2022 : उत्तराखंड : आयुर्वेद और यूनानी लाइसेंसिंग अथॉरिटी ने दिव्य फार्मे को पांच दवाओं का प्रोडक्शन बंद करने को कहा है। अथॉरिटी ने पांचों दवाओं के संशोधित फॉर्मूलेशन शीट भी पेश करने का निर्देश दिया है। दिव्य फार्मेसी, योग गुरु बाबा रामदेव के पतंजलि प्रोडक्ट्स को बनाती है। यह सभी दवाएं बीपी, डायबिटीज सहित कई गंभीर बीमारियों से संबंधित है।

कौन कौन सी दवाओं के प्रोडक्शन पर लगी रोक?

दिव्य फार्मेसी के बीपीग्रिट, मधुग्रित, थायरोग्रिट, लिपिडोम टेबलेट, आईग्रिट गोल्ड टेबलेट को क्रमश: ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, गोइटर, ग्लूकोमा और हाई कोलेस्ट्रॉल की दवा बताकर बेचा जाता है। लेकिन ड्रग लाइसेंसिंग अथॉरिटी ने अब इसके प्रोडक्शन को रोक दिया है। अथॉरिटी ने संशोधित फॉर्मूलेशन की रिपोर्ट भी मांगी है। कहा है कि जबतक नए फॉर्मूलेशन को मंजूरी नहीं दी जाती है तबतक प्रोडक्शन नहीं किया जाएगा। प्राधिकरण द्वारा गठित एक पैनल पहले ही उत्पादों के मूल फॉर्मूलेशन शीट और लेबल दावों की जांच कर चुका है।

किसकी शिकायत पर हुई है पतंजलि के दवाओं पर कार्रवाई?

पतंजलि के दवाओं पर हुई यह कार्रवाई केरल के एक डॉक्टर की शिकायत पर की गई है। केरल के रहने वाले डॉक्टर केवी बाबू ने ड्रग लाइसेंसिंग अथॉरिटी में शिकायत की थी। डॉक्टर ने अपने शिकायती पत्र में दिव्य फॉर्मेसी पर ड्रग नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया था। उन्होंने उत्तराखंड आयुर्वेद और यूनानी लाइसेंसिंग अथॉरिटी को शिकायती पत्र भेजकर दिव्य फार्मेसी के प्रोडक्ट्स की सिलसिलेवार शिकायत की थी। करीब तीन महीने की जांच के बाद अथॉरिटी ने दिव्य फार्मेसी को प्रोडक्शन रोकने का आदेश दिया है।

एक सप्ताह में मांगा जवाब

स्टेट हेल्थ अथॉरिटी के ज्वाइंट डायरेक्टर जीसीएन जंगपांगी ने दिव्य फार्मेसी को नोटिस भेजकर एक हफ्ते में जवाब मांगा है। दरअसल, आरोप है कि फार्मेसी द्वारा दवाओं के बारे में भ्रम फैलाया जा रहा है। ड्रग कंट्रोलर ने तत्काल प्रभाव से फर्म से सभी प्रकार के विज्ञापनों को मीडिया स्पेस से हटाने का निर्देश दिया है।

पतंजलि ने कहा कोई नोटिस नहीं मिली

उधर, पतंजलि के प्रवक्ता ने पांच दवाओं का प्रोडक्शन रोकने और नोटिस मिलने से साफ इनकार किया है। प्रवक्ता एसके तिजारावाला ने कहा कि फर्म को अभी तक ऐसा कोई नोटिस नहीं मिला है।

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