मैंने पूरे घटनाक्रम को लेकर खेद जताया है और सोनिया गांधी से माफी मांग ली है.
आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 29 सितम्बर 2022 : दिल्ली : अशोक गहलोत ने आगे कहा – सोनिया गांधी से बातचीत हुई है. पिछले 50 साल में हमने कांग्रेस में इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और सोनिया गांधी के वफादार सिपाही के तौर पर काम किया. सोनिया गांधी की वजह से राजस्थान का तीसरी बार सीएम बना. हाल के घटनाक्रम ने हिलाकर रख दिया है. ये प्रस्ताव हम मीटिंग में करते. एक लाइन का प्रस्ताव था. दुर्भाग्य से स्थिति बन गई कि प्रस्ताव पारित नहीं करा पाया. एक गलत संदेश चला गया. ऐसा लग रहा था कि मैं राजस्थान का सीएम रहना चाहता हूं. प्रस्ताव पारित कराने की परंपरा रही है. किन्हीं कारणों से मैं उस प्रस्ताव को पारित नहीं करा सका. मुझे इसका हमेशा पछतावा रहेगा. सीएम होने के बावजूद प्रस्ताव पास नहीं करा पाया. मैंने सोनिया जी से सॉरी कहा. मैं कांग्रेस का वफादार सिपाही हूं, मुझे जो घटना हुई राजस्थान में, उसका बहुत दुख है. इस घटना ने कई संदेश दिए. मीडिया किंगमेकर बन जाता है.
दोपहर में राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने सोनिया गांधी से मुलाकात की है. उसके बाद उन्होंने बयान में कहा कि मैंने पूरे घटनाक्रम को लेकर खेद जताया है और सोनिया गांधी से माफी मांग ली है. गहलोत ने ये भी कहा है कि मैं कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लडूंगा. मैं राजस्थान का सीएम रहूंगा या नहीं, ये फैसला सोनिया गांधी पर है.
गहलोत ने आगे कहा- सोनिया गांधी से बातचीत हुई है. पिछले 50 साल में हमने कांग्रेस में इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और सोनिया गांधी के वफादार सिपाही के तौर पर काम किया. सोनिया गांधी की वजह से राजस्थान का तीसरी बार सीएम बना. हाल के घटनाक्रम ने हिलाकर रख दिया है. ये प्रस्ताव हम मीटिंग में करते. एक लाइन का प्रस्ताव था. दुर्भाग्य से स्थिति बन गई कि प्रस्ताव पारित नहीं करा पाया. एक गलत संदेश चला गया. ऐसा लग रहा था कि मैं राजस्थान का सीएम रहना चाहता हूं. प्रस्ताव पारित कराने की परंपरा रही है. किन्हीं कारणों से मैं उस प्रस्ताव को पारित नहीं करा सका. मुझे इसका हमेशा पछतावा रहेगा. सीएम होने के बावजूद प्रस्ताव पास नहीं करा पाया. मैंने सोनिया जी से सॉरी कहा. मैं कांग्रेस का वफादार सिपाही हूं, मुझे जो घटना हुई राजस्थान में, उसका बहुत दुख है. इस घटना ने कई संदेश दिए. मीडिया किंगमेकर बन जाता है.