रोपवे समेत कई महत्वपूर्ण योजनाओं का किया शिलान्यास
आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 21 अक्टूबर 2022 : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीने आज बाबा केदारनाथ और बद्रीनाथ मंदिर में पूजा – अर्चना की। उन्होंने केदारनाथ मंदिर में भगवान शिव का रुद्राभिषेक भी किया। इसके बाद पीएम गौरीकुंड को केदारनाथ और गोविंदघाट को हेमकुंड साहिब से जोड़ने वाली दो नई रोपवे समेत कई परियोजनाओं का शिलान्यास किया।
पीएम ने यात्रा के क्रम में आदिगुरु शंकराचार्य की समाधि स्थल का दर्शन भी किया। तदुपरांत वे बद्रीनाथ पहुंचे। यहां भी प्रधानमंत्री मोदी ने दर्शन और पूजा की।
पीएम ने इस अवसर पर कहा कि विकास के इन सभी परियोजनाओं के लिए उत्तराखंड को और देश – विदेश के हर श्रद्धालु को मैं बहुत – बहुत बधाई देता हूं। गुरुओं की कृपा बनी रहे , बाबा केदार की कृपा बनी रहे , बद्री विशाल की कृपा बनी रहे , हमारे सभी श्रमिक साथियों को भी शक्ति मिले , यह कार्य शीघ्र पूरा हो यही प्रार्थना करते हैं। अयोध्या में इतना भव्य राममंदिर बन रहा है , गुजरात के पावागढ़ में मां कालिका के मंदिर से लेकर विन्ध्याचल देवी के कॉरिडोर तक भारत अपने सांस्कृतिक उत्थान का आह्वान कर रहा है।
पीएम ने कहा कि पहले जिन इलाकों को देश की सीमाओं का अंत मानकर नजरअंदाज किया जाता था , हमने वहां से समृद्धि का आरंभ मानकर काम शुरू किया है। पहले देश का आखिरी गांव जानकर जिसकी उपेक्षा की जाती थी , हमने वहां के लोगों की अपेक्षाओं पर फोकस किया।
पीएम ने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि विदेशों में वहां की संस्कृति से जुड़े स्थानों की वे लोग तारीफ करते नहीं थकते थे , लेकिन भारत में इस प्रकार के काम को हेय दृष्टि से देखा जाता था। आस्था का यह केंद्र सिर्फ एक ढांचा नहीं बल्कि हमारे लिए प्राणवायु की तरह है। वह हमारे लिए ऐसा शक्तिपुंज है , जो कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी हमें जीवंत बनाए रखता है।
पीएम ने कहा कि 21वीं सदी के विकसित भारत के निर्माण के दो प्रमुख स्तंभ हैं। पहला अपनी विरासत पर गर्व और दूसरा विकास के लिए हर संभव प्रयास करना। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के 75 साल पूरे होने पर मैंने लाल किले से एक अपील की थी : यह आह्वान है गुलामी की मानसिकता से पूरी तरह मुक्ति का। क्योंकि आजादी के इतने वर्षों बाद भी हमारे देश को गुलामी की मानसिकता ने ऐसा जकड़ा हुआ है कि प्रगति का कुछ कार्य कुछ लोगों को अपराध की तरह लगता है।
पीएम मोदी ने बद्रीनाथ के पास माणा गांव में सड़क और रोपवे परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इसके बाद उन्होंने यहां एक जनसभा को भी संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि आज बाबा केदार और बद्री विशाल जी का दर्शन करके मन गदगद हो गया , जीवन धन्य हो गया। माणा गांव , भारत के अंतिम गांव के रूप में जाना जाता है। लेकिन मेरे लिए सीमा पर बसा हर गांव , देश का पहला गांव है। उन्होंने उत्तराखंड समेत सम्पूर्ण देशवासियों के सुख और समृद्धि की कामना की।