हिमाचल में कांग्रेस ने सत्ता छिनी,दिल्ली नगर निगम में आप का परचम लहराया
आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 08 दिसम्बर 2022 : गुजरात, हिमाचल प्रदेश विधानसभा और दिल्ली नगर निगम के चुनाव के नतीजे आ चुके हैं. इनमें से दो जगहों पर बीजेपी को अपनी सत्ता गंवानी पड़ी है. सिर्फ गुजरात एक ऐसा राज्य रहा है जहां पर बीजेपी ने अपने पिछले सभी रिकॉर्ड्स को ध्वस्त करते हुए सत्ता बनाए रखी है. हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने बीजेपी को धूल चटाते हुए सत्ता में वापसी की है तो वहीं एमसीडी के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने पहली बार जीत का स्वाद चखा है.
बीजेपी ने गुजरात में बंपर जीत हासिल की. बीजेपी ने गुजरात में 52.51 प्रतिशत वोट हासिल किया है. वहीं, साल 2017 में बीजेपी का प्रदर्शन इतना शानदार नहीं था, जो इस बार देखने को मिला है. पिछली बार के विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने 182 में से 99 सीटें ही जीती थीं और 1 करोड़ 47 लाख 24 हजार 31 लोगों ने बीजेपी को वोट किया था. वोट शेयरिंग के हिसाब से उस वक्त बीजेपी को 49.05 प्रतिशत वोट मिले थे.
वहीं हिमाचल प्रदेश में बीजेपी के इस बार के प्रदर्शन को देखें तो निराशाजनक है. इस बार पार्टी को 42.99 प्रतिशत वोट मिले हैं. साल 2017 में पार्टी ने पहाड़ी राज्य की 68 सीटों में से 44 सीटों पर जीत हासिल की थी और 18 लाख 46 हजार 432 लोगों ने वोट किया था. वहीं वोट शेयरिंग में उस वक्त बीजेपी को 48.79 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे.
दिल्ली नगर निगम चुनाव में बीजेपी का 15 साल पुराना तिलस्म टूट गया और 250 वॉर्डों में से 104 वॉर्डों पर ही जीत हासिल कर पाई. वोट शेयरिंग की अगर बात करें तो इस बार बीजेपी को 39.09 प्रतिशत वोट शेयर मिला. तो वहीं साल 2017 में हुए नगर निगम के चुनाव में बीजेपी ने 181 वार्डों पर जीत हासिल की थी और 36.08 प्रतिशत वोट शेयर हासिल हुआ था. हालांकि इन चुनावों में बीजेपी का वोट शेयर तो बढ़ा लेकिन वो सीटों में परिवर्तित नहीं हो पाया.
कांग्रेस के लिए सिर्फ हिमाचल प्रदेश से अच्छी खबर आई है, जहां पर पार्टी सरकार बना रही है. यहां पार्टी ने 40 सीटें जीत ली हैं. वोट शेयरिंग की बात करें तो बीजेपी और कांग्रेस के वोट शेयरिंग में बहुत बड़ा फर्क नजर नहीं आ रहा है. कांग्रेस को यहां 43.90 प्रतिशत वोट शेयर मिला है जबकि बीजेपी का 42.99 प्रतिशत रहा. वहीं साल 2017 के चुनाव की अगर बात करें तो कांग्रेस ने 68 में से सिर्फ 21 सीटें जीतीं थीं और वोट शेयरिंग पर्सेंटेज 41.68 प्रतिशत रहा था.