आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 11 दिसंबर 2021 : पटना। उप मुख्यमंत्री रेणु देवी से आज शनिवार को उनके सरकारी आवास पर नेटवर्क ऑफ वीमेन इन मीडिया, इंडिया के बिहार चैप्टर की महिला पत्रकारों के प्रतिनिधिमंडल ने वरिष्ठ पत्रकार रत्ना पुरकायस्था के नेतृत्व् में मुलाकात की। महिला पत्रकारों ने बिहार श्रम संसाधन विभाग द्वारा नाइट शिफ्ट में महिलाओं के काम करने संबंधी प्रस्तावित कानून पर आपत्ति जताते हुए इसे निरस्त कराने की मांग की। महिलाओं का कहना है कि इस कानून के दुरूपयोग की प्रबल संभावना है।
महिलाओं ने रेणु देवी को बताया कि बिहार श्रम संसाधन विभाग द्वारा श्रमिकों की सुरक्षा, स्वास्थ्य और कार्य नियमावली 2021 के तहत महिलाओं से बिहार के कारखानों में रात्रि पाली (नाइट शिफ्ट) में काम लेने संबंधित कानून लाया जा रहा है। इस प्रस्तावित कानून पर नेटवर्क ऑफ वीमेन इन मीडिया, इंडिया, बिहार चैप्टा द्वारा सख्त आपत्ति जताई जा रही है। नेटवर्क की महिला पत्रकारों का कहना है कि इस कानून का दुरूपयोग कामकाजी महिलाओं के शोषण के लिए किए जाने की प्रबल संभावना है। रात्रि पाली में काम करनेवाली महिलाओं के साथ पूर्व में कई तरह की दुखद घटनाएं घट चुकी हैं, जिसके कारण इस तरह के कानून बनाने का अर्थ है कि शोषक वर्ग को महिलआों कें शोषण की खुली छूट दे देना। इस संबंध में हमारी आपत्ति निम्ने कारणों से है: –
• नाइट शिफ्ट में काम करने के लिए भले ही महिला कर्मी की लिखित सहमति आवश्यक है, मगर यह देखा गया है कि महिला की नौकरी की आवश्यंकता को देखते हुए उन्हें कई तरह की धमकी या मानसिक रुप से प्रताडि़त करके उनसे लिखित सहमति आसानी से ली जा सकती है।
• महिलाओं के नाइट शिफ्ट में काम करने से उनके पारिवारिक जीवन पर असर पड़ता है।
• इमानदारी और निष्ठाइपूर्वक काम करने के बावजूद रिश्तेलदारों और समाज के ताने सुनने पड़ते हैं।
• रात्रि पाली में काम करने के कारण महिलाओं की सुरक्षा निश्चित रुप से खतरे में पड़ेगी।
• पूर्व में ऐसी कई घटनाएं हुई हैं कि रात में काम करने के बाद संबंधित कंपनी की गाड़ी में लौट रही युवती से भी दुष्कर्म जैसा अपराध हुआ है।
• बगैर कानून भी वर्तमान में भी महिलाएं आवश्याकतानुसार रात्रि पाली में काम करती ही हैं, बावजूद इस तरह के कानून लाने की आवश्यकता क्यों है ?
• इस तरह के कानून से कार्यस्थयल पर महिलाओं के शोषण की संभावना काफी ज्यादा बढ़ जाएगी।
महिलाओं की बात सुनने के बाद उप मुख्यामंत्री रेणु देवी ने इस संबंध में स्वयं पहल करके विभागीय मंत्री से बात करने और समस्या का हल निकालने का आश्वासन दिया है। प्रतिनिधिमंडल में ज्योत्सना, श्वेता सुरभि सहित कई महिला पत्रकार शामिल थी।
