रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : संझौली(रोहतास)। प्रखंड क्षेत्र के खैरा भुतहा गांव में डॉ. मधु उपाध्याय के नेतृत्व में महा परिवर्तन आंदोलन संग्राम संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया । उक्त मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में आंदोलन के आईपीएस वर्तमान सलाहकार पंजाब सरकार पूर्व डीआईजी एसटीएफ बिहार पूर्व जीजी जेलम सुधा तेलंगाना के बी के सिंह ने फीता काटकर संवाद कार्यक्रम उद्घाटन किया । पूर्व डीजीपी कहा कि जब भी समाज में सक्रियता के आधार पर विघटन होता है और हम स्वार्थी एवं खुदगर्ज बनते हैं तब-तब मूल्यों का ह्रास होता है।और व्यवस्था टूटने लगती है व्यवस्था टूटने से अराजकता पैदा होती है और हमें बेहद दर्द और दुख होता है। हमारे गौरवशाली राज्य की बदहाली से जो मानसिक, शारीरिक व मानसिक यंत्रणा हम खेल रहे हैं। वह हमारे राजनीति व आर्थिक पतन का प्रतीक है समाज समाज में परिवर्तन का या ऊपर से हो सकता है अथवा नीचे से । पिछले 73 सालों में कोई भी सरकार हमारी स्थिति नहीं सुधर सकती और आगे 73 सालों में हमें नहीं लगता की स्थिति में कोई सुधार होगी । 15 साल की सामाजिक न्याय की सरकार और 15 साल की सुशासन की सरकार की स्थिति जाति और धर्म के आधार पर इस तरह कर रहे हैं कि हमारी मातृभूमि बिहार उपहास का पर्याय बन गई है। हम आज सम्राट अशोक के बिहार देश के पूरे 28 राज्यों मे हर क्षेत्र में सबसे निचले पायदान पर हैं । बिहार मजदूरों का कर खाना बन गया है और हम भुखमरी कंगाली बेरोजगारी व अब बिगड़ती हुई कानून व्यवस्था के पर्यायवाची शब्द बन गए हैं । इस स्थिति के लिए केवल सरकार को दोषारोपण नहीं कर सकते । इस में हमारी भी गति विधि है । सरकारें तो हमने चुनी हैं और हम मतदान की सरकार पर कर रहे हैं । यह हम सब जानते हैं कि हमें अपना भाग्य निर्माता स्वयं बनना पड़ेगा अगर भारत को महाशक्ति बनना है तो बिहार को महाशक्ति बनना ही होगा यह भी सत्य है कि जो ऊंचा समृद्ध एवं शक्तिशाली है उतना ही स्वार्थी होता है। इसलिए परिवर्तन एवं निर्माण की मशाल गांव को लानी होगी ।सबसे बुरी स्थिति गांव वालों की है जो और यह बहुत कठिन है इसलिए हमने पांच सूत्रों का रास्ता सुझाया है और रास्तों पर चलकर बिहार के भाग्य में जो होगा । वह आने वाली पीढ़िया देखेगी । उक्त अवसर पर अजय राय पूर्व सरपंच चांदी इंग्लिश,कामेश्वर सिंह,रविन्द्र सिंह ,भगवान चौबे, लक्ष्मण चौबे के साथ जीविका दीदी ने भी भाग लिया ।


