रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : बिक्रमगंज । किसान विरोधी तीनों कृषि काले कानूनों व एमएसपी को कानून बनाने के सवाल पर अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय के आहवान पर अखिल भारतीय किसान महासभा बिक्रमगंज के नेतृत्व में चक्का जाम किया गया । भाकपा माले अनुमंडल कार्यालय से मार्च निकालकर सासाराम रोड , आरा रोड, डेहरी रोड , डुमरांव रोड मार्च करते हुए तेंदुनी चौक पर विद्यार्थियों के परीक्षा को देखते हुए 2-30बजे से 3:00 बजे तक आधे घंटे का चक्का जाम किया गया । इस जाम का नेतृत्व काराकाट के विधायक अरुण सिंह ने किया । सभा को संबोधित करते हुए कामरेड अरुण सिंह ने कहा कि मोदी सरकार पूरी तरह तानाशाही रवैया पर उतर आई है । किसानों के शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर बल प्रयोग व दुष्प्रचार का सहारा लेकर किसान आंदोलन को खत्म करने का नाकाम प्रयास कर रही है । पत्रकारों को भी नहीं बख्शा जा रहा है दिल्ली के सभी वार्डों पर कई लेयर के वेरीकेट लगा दिए गए हैं । किसानों का यह आंदोलन मोदी सरकार के ताबूत में आखिरी कील ठोकेगा ।
बिहार में नीतीश सरकार ने एक ऐसा फरमान जारी कर हिटलर शाही को भी मात दे दी है कि अगर राज्यों में छात्र युवा किसी धरना प्रदर्शन में शामिल होते हैं और वहां विधि व्यवस्था में खलल पड़ता है तो वैसे छात्र युवा को सरकारी नौकरी ठेका नहीं मिलेगी । साथ ही एमपी विधायक सरकारी पदाधिकारी पुलिस कर्मचारी द्वारा गलत कार्यों का वीडियो वायरल करने पर सजा के दोषी होंगे राज्य में जितना हो अनैतिक कार्य हो जनता केवल देखता रहे उसे विरोध करने का कोई अधिकार नहीं है । इस जाम में कृष्णा मेहता , श्रीनिवास सिंह , राजद राजकुमार राम , अनुग्रह नारायण सिंह , कामता पासवान , रामचंद्र नट , कमलेश पासवान , नंद जी , सुरेंद्र सिंह , विजय सिंह , कन्हैया सिंह , मदन सिंह पूर्व मुखिया , कामरेड रविशंकर राम , कामरेड शाहबजान खान सीपीआई , बब्लू पासवान , जितेंद्र , राही मुकर्रम चांद , संदीप यादव , अशरफ इत्यादि अन्य लोग शामिल थे ।
