रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : 24 जुलाई 2021 : गोस्वामी जी ने भी गुरु महिमा की बखान करते हुए कहा है-“गुरु बिनु भव निधि तरइ न कोई”। उक्त विचार निराला साहित्य मंदिर में आयोजित गुरुपूर्णिमा के मौके पर वीर कुँवर सिंह विश्विद्यालय के पूर्व हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ नन्दकिशोर तिवारी प्रकट कर रहे थे। डॉ0 तिवारी ने कहा कि जितने भी संत हुए सभी ने गुरु को ईश्वर से महान बताया है, क्योंकि गुरु ही है जो अपने शिष्यों को ब्रह्म का साक्षात्कार करा सकता है। इस मौके पर गुरु महिमा के बखान करने वालों में वरीय अधिवक्ता नित्यानंद पांडेय,अनुपम मङ्गलं, बसावन प्रजापति, दुर्गा प्रसाद,कवयित्री सह अधिवक्ता इंदु देवी,मुरारी तिवारी, राजीव राज,प्रो0 विद्यारानी तथा भोला सिंह सहित अन्य लोग भी शामिल रहे। इस अवसर पर वयोवृद्ध कवि कन्हैयालाल पंडित द्वारा रचित “यक्षिणी चालीसा” का लोकार्पण भी डॉ0 नन्दकिशोर तिवारी के कर-कमलों से सम्पन्न हुआ। पूरे कार्यक्रम का संचालन कवि व पत्रकार सरोज कुमार पंकज ने किया।
