“मुंबई में अर्णव गोस्वामी की गिरफ़्तारी से प्रेस-पत्रकारिता पर जो हमला हुआ है वह निंदनीय है। यह इमरजेंसी की तरह ही महाराष्ट्र सरकार की कार्यवाही है। हम इसकी भर्त्सना करते हैं। यह हमला लोकशाही के चौथे स्तंभ पर हुआ हमला है| हम इस कारवाई की कडी निंदा करते है” , उक्त बातें महाराष्ट्र के पूर्व पर्यटन मंत्री तथा विधायक जयकुमार रावल ने प्रेस रिलीज़ के माध्यम से तथा रोहतास दर्शन न्यूज़ से दूरभाष करते हुए साझा किया। जयकुमार रावल 13वीं महाराष्ट्र विधान सभा के सदस्य हैं। वह सिंधुखेड़ा विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। वह भारतीय जनता पार्टी से संबंध रखते हैं रावल 2009 में सिंधखेड़ा से विधानसभा सदस्य भी रहे। रावल 2013 में भारतीय जनता पार्टी महाराष्ट्र राज्य इकाई के महासचिवों में से एक थे। वह महाराष्ट्र विधान सभा 2004, 2009, 2014 और 2019 के चौथे कार्यकाल के सदस्य हैं |
क्या है मामला?
बताते चले की आज सुबह अर्णव गोस्वामी की गिरफ़्तारी मुंबई पुलिस ने उनके मुंबई स्थित आवास पर जा कर वारंट के माध्यम से किया है तब से पत्रकारिता महकमे में हड़कंप मच गया है। साथ ही उक्त गिरफ़्तारी के बारे में पड़ताल करने पर मुंबई पुलिस से पता चला की 2018 में एक आर्किटेक्ट और उनकी मां ने आत्महत्या कर ली थी। कथित रूप से अर्णब के रिपब्लिक टीवी के ऊपर परिवार के कुछ पैसे बकाए थे। आर्किटेक्ट अन्वय नाईक की बेटी अदन्या नाईक ने फिर से इस मामले में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद इस वर्ष मई महीने में महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने घोषणा की कि इस मामले में फिर से जांच कराई जाएगी। गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा था कि अदन्या का आरोप था कि अलीबाग पुलिस ने बकाए वाले मामले की जांच नहीं की थी, जिसके चलते उनके पिता और उनकी दादी ने मई 2018 में खुदकुशी करने का कदम उठा लिया।