मुंबई: अर्नब गोस्वामी को वित्तीय धोखाधड़ी द्वारा आत्महत्या कराने के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार किया। पुलिस अधिकारियों ने जानकारी दी है कि अर्नब गोस्वामी की पत्नी ने गिरफ्तारी वारंट फाड़ दिया तत्पश्चात उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। अर्नब गोस्वामी के पक्ष में लोगों का यह कहना है की यह केस ख़त्म हो चुका था परंतु महाराष्ट्र पुलिस ने अर्णव गोस्वामी को निशाना बनाते हुए इस केस का सहारा ले कर उन्हें साज़िश के तहत गिरफ़्तार किया गया है।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्य मंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने सोशल मीडिया के माध्यम इस गिरफ़्तारी की निंदा की है। साथ ही पूर्व मुख्य मंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने कहा की “ आपातकाल 1977 में ख़त्म हुआ पर मानसिकता बनी रही।आपातकाल का समर्थन करनेवाली कांग्रेस- शिवसेना साथ आने के बाद उसी मानसिकता का दर्शन दे रहे है। सरकार विरोधी हर आवाज को कुचलने का प्रयास लोकतंत्र पर धब्बा है। भारत ने एक ही बात सीखी है, हर ज़ोर ज़ुल्म की टक्कर में संघर्ष हमारा नारा है।”
क्या है मामला?
सूत्रों को पुलिस अधिकारी ने बताया कि 2018 में एक आर्किटेक्ट और उनकी मां ने आत्महत्या कर ली थी। कथित रूप से अर्णब के रिपब्लिक टीवी के ऊपर परिवार के कुछ पैसे बकाए थे। आर्किटेक्ट अन्वय नाईक की बेटी अदन्या नाईक ने फिर से इस मामले में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद इस वर्ष मई महीने में महाराष्ट्र के माननीय गृहमंत्री अनिल देशमुख ने घोषणा की कि इस मामले में फिर से जांच कराई जाएगी। माननीय गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा था कि अदन्या का आरोप था कि अलीबाग पुलिस ने बकाए वाले मामले की जांच नहीं की थी, जिसके चलते उनके पिता और उनकी दादी ने मई 2018 में खुदकुशी करने का कदम उठा लिया।