
रिपोर्ट: Rohtas Darshan चुनाव डेस्क | पटना | Updated: 20 नवंबर 2025: गुरुवार बिहार की राजनीति के लिए ऐतिहासिक रहा। नीतीश कुमार ने 10वीं बार राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और पटना के गांधी मैदान में आयोजित भव्य समारोह में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस पूरे कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देसी बिहारी अंदाज़ केंद्र में रहा, जो लोगों के उत्साह और समर्थन का कारण बन गया।
पीएम मोदी का देसी अंदाज़ – गमछा लहराकर जीता मन
शपथ ग्रहण समारोह खत्म होते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंच से उठकर जनता की ओर बढ़े। हाथ में गमछा लिए उन्होंने उसे हवा में लहराकर उपस्थित लोगों को धन्यवाद दिया। प्रचार के दिनों में भी पीएम मोदी का यह अंदाज़ वायरल हुआ था और आज गांधी मैदान ने एक बार फिर उस दृश्य को दोहराया।
मोदी को गमछा लहराते देख पूरा मैदान जोश से भर उठा। कार्यकर्ता और जनता खड़े होकर नारे लगाते दिखे और समारोह उत्सव में बदल गया।
पीएम का झुककर नमन – जनता को दिया सम्मान
प्रधानमंत्री मोदी ने मंच से कई बार झुककर हाथ जोड़े और जनता को प्रणाम किया। यह दृश्य बेहद प्रतीकात्मक रहा और संदेश स्पष्ट था— “जनता सर्वोपरी है, सरकार जनता के प्रति जवाबदेह।”
मंच पर नीतीश और मोदी की लगातार बातचीत
समारोह के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कई बार आपस में बातचीत करते नजर आए। दोनों नेताओं के हावभाव में—
• आत्मविश्वास,
• सहजता,
• और जीत की खुशी स्पष्ट झलक रही थी।
चुनाव प्रचार के दौरान भी पीएम ने नीतीश कुमार को “भाई” कहकर संबोधित करते हुए कहा था— “दो भाई – नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी – मिलकर बिहार के विकास और सम्मान के लिए काम कर रहे हैं।”
और बिहार की जनता ने इस भरोसे को वोट में बदल दिया।
शपथ ग्रहण में मौजूद रहे देशभर के दिग्गज
समारोह में मौजूद रहे—
• प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
• केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह
• बीजेपी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा
• कई राज्यों के मुख्यमंत्री
• वरिष्ठ नेता
• हजारों समर्थक
यह सिर्फ शपथ ग्रहण नहीं, बल्कि एक शक्तिशाली राजनीतिक प्रदर्शन भी था।
डिप्टी सीएम की जोड़ी कायम
नीतीश कुमार के साथ—
• सम्राट चौधरी
• विजय कुमार सिन्हा
ने भी उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इससे साफ संदेश गया कि एनडीए ने उसी नेतृत्व व्यवस्था को सरकार में बरकरार रखा है, जिसे जनता ने चुनाव में समर्थन दिया।
महिलाओं को बढ़ी जगह – तीन महिला मंत्री शामिल
नीतीश मंत्रीमंडल में इस बार तीन महिलाओं को जगह दी गई है। यह कदम—
• महिला मतदाताओं तक सकारात्मक संदेश,
• प्रतिनिधित्व में विस्तार
• और सामाजिक संतुलन
का संकेत देता है।
कई नए चेहरे भी शामिल
26 मंत्रियों में कई नए नेतृत्व को भी शामिल किया गया है। यह सरकार में—
• ताजगी
• नई ऊर्जा
• अनुभवी और युवा संतुलन
की ओर कदम माना जा रहा है।
राजनीतिक संदेश क्या निकला?
पूरा समारोह तीन प्रमुख राजनीतिक संकेत छोड़ गया—
1️⃣ एनडीए पूरी तरह एकजुट है – किसी भी तरह की अंदरूनी कमजोरी नहीं दिखी।
2️⃣ नीतीश-मोदी फार्मूला अभी भी जनता की पसंद है।
3️⃣ बिहारी पहचान और देसी अंदाज़ ही सीधा जनसंपर्क का सफल मॉडल है, और मोदी का गमछा इस प्रतीक का सबसे बड़ा रूप बन चुका है।
निष्कर्ष
पटना का गांधी मैदान गुरुवार को—
• राजनीति,
• जनसंपर्क,
• और जन-उत्सव
तीनों का मेल बन गया। और केंद्र में थे— नीतीश और मोदी, जिन्होंने बिहार की नई राजनीतिक पारी की शुरुआत की।


