
By Rohtas Darshan Digital Desk | Updated: October 23, 2025 | New Delhi : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में प्रचार अभियान अब जोर पकड़ चुका है। इसी बीच समाजवादी पार्टी (सपा) ने अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ-साथ लंबे समय बाद राजनीति में सक्रिय हो रहे आजम खान का नाम भी इस सूची में शामिल है।
20 नामों की लिस्ट में कई बड़े चेहरे शामिल
समाजवादी पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए 20 प्रमुख नेताओं को स्टार प्रचारक बनाया है।
इस सूची में सांसद डिंपल यादव, इकरा हसन, प्रिया सरोज के नाम भी हैं।
इसके अलावा, पूर्व सांसद और बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी को भी इस सूची में जगह दी गई है।
अन्य स्टार प्रचारकों में शामिल हैं:
किरणमय नंदा, अवधेश प्रसाद, बाबू सिंह कुशवाहा, नरेश उत्तम पटेल, रमाशंकर विद्यार्थी राजभर, लालजी वर्मा, छोटेलाल खरवार, राजीव राय, सनातन पांडेय, लक्ष्मीकांत उर्फ पप्पू निषाद, तेज प्रताप सिंह यादव, ओम प्रकाश सिंह, काशीनाथ यादव और धर्मेंद्र सोलंकी।
अखिलेश और आजम का जोड़ीदार प्रचार
सूत्रों के मुताबिक, अखिलेश यादव बिहार में महागठबंधन उम्मीदवारों के लिए रैलियां करेंगे। वहीं आजम खान सीमांचल और कोसी क्षेत्रों में अल्पसंख्यक वोटरों को साधने के लिए प्रचार करेंगे।
सपा ने इस चुनाव में अपने उम्मीदवार नहीं उतारे हैं, लेकिन वह राजद और कांग्रेस के पक्ष में सक्रिय प्रचार करेगी।
महागठबंधन बनाम एनडीए, तीसरे मोर्चे से चुनौती
बिहार में इस बार मुकाबला भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए और राजद-कांग्रेस के महागठबंधन के बीच है।
महागठबंधन में राजद, कांग्रेस, वामपंथी दल और मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (VIP) शामिल है।
हालांकि, प्रशांत किशोर की ‘जन स्वराज पार्टी’ के मैदान में उतरने से त्रिकोणीय मुकाबले की संभावना बन गई है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि सपा की एंट्री से महागठबंधन को प्रतीकात्मक ताकत जरूर मिलेगी, खासकर मुस्लिम और यादव मतदाताओं के बीच।
दो चरणों में मतदान, 14 नवंबर को मतगणना
बिहार में इस बार चुनाव दो चरणों में होंगे।
• पहला चरण: 6 नवंबर को 121 सीटों पर मतदान होगा।
इस चरण में 1,314 उम्मीदवार मैदान में हैं।
• दूसरा चरण: 11 नवंबर को 122 सीटों पर वोट डाले जाएंगे।
इस चरण में 1,302 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
चुनाव आयोग के अनुसार, 14 नवंबर 2025 को मतगणना की जाएगी और उसी दिन नतीजे घोषित होंगे।
पृष्ठभूमि : सपा की बिहार में भूमिका
समाजवादी पार्टी का बिहार में प्रत्यक्ष राजनीतिक प्रभाव सीमित रहा है, लेकिन
2020 और 2024 के लोकसभा चुनावों में सपा ने राजद के साथ गठबंधन के जरिए कुछ क्षेत्रों में प्रचार प्रभाव दिखाया था।
इस बार पार्टी की रणनीति है कि यूपी की तरह बिहार में भी अल्पसंख्यक और पिछड़ा वर्ग वोटरों को अपने पक्ष में मोड़ा जाए।


