रिपोर्ट: Rohtas Darshan चुनाव डेस्क | पटना | Updated: 12 नवंबर 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण का मतदान मंगलवार को संपन्न हो चुका है। अब पूरे राज्य की निगाहें 14 नवंबर को होने वाली मतगणना पर टिक गई हैं। राज्य के सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों में अब मतगणना को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं, वहीं स्ट्रॉन्ग रूम (वज्र गृह) में सुरक्षा का कड़ा पहरा लगाया गया है।

 तीन स्तर की सुरक्षा, 24 घंटे सीसीटीवी निगरानी

पटना के जिलाधिकारी त्यागराजन एस.एम. ने बताया कि 14 नवंबर को मतगणना होनी है, जिसे लेकर सभी जिलों में सुरक्षा की त्रिस्तरीय व्यवस्था की गई है। “स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा के लिए तीन चक्र में बल तैनात हैं —

केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल (CAPF), बिहार विशेष सशस्त्र बल (BSAP) और जिला सशस्त्र पुलिस (DAP),”

— त्यागराजन एस.एम., जिलाधिकारी पटना

इसके अलावा, सीसीटीवी कैमरों से लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। तीन अपर पुलिस अधीक्षक, पुलिस उपाधीक्षक, और 13 पुलिस अधिकारी तैनात किए गए हैं। कंट्रोल रूम पूरी तरह सक्रिय है, ताकि किसी भी असामाजिक गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई हो सके।

 सेंसिटिव इलाकों पर विशेष नजर — मोकामा और दानापुर हाई अलर्ट पर

प्रशासन ने साफ किया है कि दानापुर, मोकामा, आरा, सासाराम और औरंगाबाद जैसे क्षेत्रों में अतिरिक्त सुरक्षा बल की तैनाती की जाएगी। इन इलाकों में पूर्व में चुनावी हिंसा या विवाद की घटनाओं को देखते हुए अलर्ट मोड पर निगरानी रखी जा रही है।

मतगणना के दिन की रूपरेखा

•             मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू होगी।

•             सभी ईवीएम तय समय पर स्ट्रॉन्ग रूम से निकालकर मतगणना केंद्रों तक पुलिस एस्कॉर्ट के साथ ले जाई जाएंगी।

•             मतगणना अभिकर्ताओं की सुरक्षा जांच के बाद ही उन्हें अंदर प्रवेश मिलेगा।

•             चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार, सभी चरणों में वीडियो रिकॉर्डिंग अनिवार्य की गई है।

 राजनीतिक एंगल: NDA बनाम महागठबंधन की टक्कर

बिहार के राजनीतिक गलियारों में अब चर्चा इस बात की है कि क्या नीतीश कुमार एक बार फिर सत्ता में लौटेंगे

या तेजस्वी यादव की अगुवाई में महागठबंधन वापसी करेगा?  एग्जिट पोल के प्रारंभिक संकेतों के मुताबिक,

एनडीए को बढ़त मिलती दिख रही है, जबकि महागठबंधन करीबी मुकाबले में है। रोहतास, कैमूर और भोजपुर जैसे दक्षिण-पश्चिम बिहार के जिलों में बीजेपी और जदयू की स्थिति मजबूत मानी जा रही है, वहीं गया, नवादा और जहानाबाद में राजद का प्रभाव कायम बताया जा रहा है।

सीटवार स्थिति (अनुमानित रुझान 2025)

चुनावी विश्लेषण

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस बार चुनाव का फोकस स्थानीय मुद्दों —रोज़गार, बिजली, सिंचाई और सड़क पर ज्यादा रहा।
रोहतास, कैमूर और औरंगाबाद जैसे जिलों में नरेंद्र मोदी फैक्टर और केंद्र की योजनाओं की पहुंच ने एनडीए को मजबूती दी है, जबकि ग्रामीण इलाकों में तेजस्वी यादव का “नौकरी वादा” असरदार रहा।

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 — प्रमुख तथ्य

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