रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : बिक्रमगंज । बिहार कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ आर के सोहाने द्वारा शनिवार को बिक्रमगंज में अवस्थित बिहार कृषि विश्वविद्यालय के तीनों केंद्रों का अवलोकन किया गया । प्रथम सिंचाई अनुसंधान केंद्र बिक्रमगंज रोहतास द्वारा किए जा रहे अनुसंधान संबंधी क्रियाकलापों का अवलोकन किया । अवलोकन के दौरान उन्होंने सभी संबंधित कर्मियों को सख्त हिदायत दी कि अनुसंधान के कार्य शाहाबाद क्षेत्र के किसानों की भलाई के लिए किए जा रहे हैं और उसमें कोई भी कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने प्रतिदिन पांच मृदा जांच के नमूनों की रिपोर्ट किसानों को देने का निर्देश दिया। उसके उपरांत उनके द्वारा वनस्पति अनुसंधान केंद्र धनगाई का निरीक्षण किया गया । वहां पर चल रहे भारतीय धान अनुसंधान केंद्र के कार्यक्रमों की जानकारी प्राप्त की एवं आवश्यक निर्देश दिए। उनके साथ मौजूद निदेशक कृषि, बिहार कृषि विश्वविद्यालय, डॉ आर आर सिंह ने उपस्थित सभी कृषि छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि सभी लोग कृषि विज्ञान केंद्र के द्वारा कराए जा रहे कार्यों में भाग ले और अपना कौशल सभी कृषि कार्यों में विकसित करें। उन्होंने उनके द्वारा बनाए हुए मशरूम बैग एवं मृदा नमूनो की जांच की। प्रक्षेत्र भ्रमण के दौरान कुलपति बिहार कृषि विश्वविद्यालय ने सभी नए बने गोदामों का निरीक्षण किया एवं उसे जल्द से जल्द बीज फसलों के बीज हेतु उपयोग में लाए जाने का दिशा निर्देश दिया । उन्होंने बताया कि शाहाबाद क्षेत्र के किसानों हेतु 300 मेट्रिक टन के 2 गोदाम बनाए गए हैं, जहां तीसी, गेहूं, धान, चना, मसूर इत्यादि के बीज सुरक्षित रखे जाएंगे । उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र के प्रसिद्ध का भी भ्रमण किया एवं बताया कि मार्च में कृषि विज्ञान केंद्र को 1 करोङ के विभिन्न कृषि यंत्र उपलब्ध कराए जा रहे हैं। जिनमें एक ट्रैक्टर रीपर, कंबाइन हार्वेस्टर, लेजर लेवलर मशीन, हैप्पी सीडर, जीरो टिलेज मशीन, सुपर सीडर मशीन इत्यादि सभी उपलब्ध कराए जा रहे हैं । जो जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम के तहत रोहतास जिले के 5 गांव में चलाए जाएंगे। साथ में मौजूद निदेशक बीज एवं प्रक्षेत्र बिहार कृषि विश्वविद्यालय डॉ पी के सिंह ने सभी क्षेत्रों में चल रहे बीज उत्पादन कार्यक्रम की जानकारी ली एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि खरीफ मौसम में तीनों केंद्रों द्वारा अट्ठारह सौ क्विंटल धान के बीज उपलब्ध कराए जाएंगे। जिनमें विश्वविद्यालय के प्रभेद सबौर श्री रोहतास जिला के किसानो हेतु बेहद अच्छा और अधिक उत्पादन करने वाला धान है। कृषि विज्ञान केंद्र रोहतास द्वारा चल रहे तीन दिवसीय मशरूम प्रशिक्षण कार्यक्रम में कुलपति द्वारा सभी प्रतिभागियों को मशरूम बीज एवं एक पौधे प्रदान किए गए। उन्होंने सभी प्रतिभागियों से अनुरोध किया कि आप प्रमाण पत्र ले । साथ में अपने घर पर इस मशरूम बीज से कम से कम पांच मशरूम बैग बनाएं एवं उसकी सब्जियां खाएं। कृषि विज्ञान केंद्र के प्रधान श्री आर के जलज ने कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा चलाए जा रहे हैं सभी कार्यक्रमों की जानकारी कुलपति एवं उपस्थित शिक्षकों को दी । इस कार्यक्रम का संचालन उद्यान वैज्ञानिक डॉ रतन कुमार ने किया । इस कार्यक्रम के दौरान सिंचाई अनुसंधान केंद्र के मुख्य वैज्ञानिक डॉ एम के द्विवेदी एवं वनस्पति अनुसंधान केंद्र के मुख्य वैज्ञानिक डॉक्टर के के प्रसाद उपस्थित थे । इस कार्यक्रम के दौरान कार्यपालक अभियंता, बिहार कृषि विश्वविद्यालय भागलपुर के धनवान सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित थे ।
