नोनहर में सवांददाताओं को संबोधित करते पूर्व मंत्री आलोक मेहता ।
बिक्रमगंज । केंद्र सरकार के द्वारा कृषि के क्षेत्र में लाये गये काला कानून के विरूद्ध में देश के किसान आंदोलन कर रहे है । इस आंदोलन में बिहार और यूपी के किसान भी शामिल होंगे । इसके लिए राजद और महागंठबंधन में शामिल सभी दल किसानों से मिलकर आंदोलन में शामिल होने की अपील कर रहे है । उक्त बातें पूर्व मंत्री राजद नेता आलोक मेहता ने बिक्रमगंज प्रखंड के नोनहर में किसानों से संपर्क के बाद प्रेस वार्ता में कहीं । उन्होने कहा कि एनडीए की सरकार नॉन इशु को इशु बनाकर सत्ता में बैठी । सरकार को जिन लोगों ने वोट दिया उसके विरूद्ध नियम बनाया । यह बोलकर आयी की स्वदेशी को चीजों का इस्तेमाल होना चाहिए। स्वदेशी उनका नारा था। उस सरकार ने हर ऐसे मौके पर अपने दी द्वारा दिए गये नारे का उल्लंघन्न किया। आज एयरलाइंस, एयर इंडिया बिक गया। रेलवे को पार्ट-पार्ट कर बेचा जा रहा है। कई पब्लिक सेक्टर के इंडस्ट्री है जो लाखों लोगों को रोजगार दिया है, उसे बंद करा दिया गया। कई कल्याणकारी सेक्टरों को औने- पौने दामों पर बेचे जा रहे है। यह सरकार इस देश के कल्याणी मुल्यों का न सिर्फ नाश कर रही है, बल्कि भ्रष्टाचार के बलीवेदी पर चढ़ा रहे है। पूरे देश के किसानों ने इनके बहकावे में ही सही इन्हे वोट देने का काम किया। यह सरकार उन किसानों के हाथ में कटोरा पकड़ाने का काम कर रही है। उन्ही की जमीन और ये सिर्फ मेहनत करने के भागी रहेंगे । कृषि व्यवस्था के लाभ वाला हिस्सा को पूंजीपत्तियों के हाथ में किये जाने का काम किया गया है। बिहार में बाजार समिति समाप्त कर दिया गया। कहीं बाहर के व्यापारी आकर औने पौने दाम पर खरीद ले यहीं व्यवस्था है। भंडारण के अधिकारी जो अडानी, अंबान और सेलों को दे दिया गया। यदि ये भंडारण करेंगे तो अपने लाभ के लिए करेंगे या किसानों के लाभ के लिए। राजद और महागठबंधन पूरे देश और राज्य में एनडीए के द्वारा लाए गये कानून का विरोध करता है। बिहार और यूपी के किसानों को भी आंदोलन में शामिल होने के लिए जागरूक कर रही है। मौके पर डॉक्टर अरूण सिंह, पूर्व पैक्स अध्यक्ष मिक्की राज, संजय सिंह सहित कई लोग उपस्थित थे ।
