आंगनबाड़ी केंद्रों पर पौष्टिक लड्डू वितरण शुरू

रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : 01 जुलाई 2021 : तिलौथू (रोहतास) : बाल्यावस्था को जीवन का स्वर्ण काल माना जाता है बाल्यावस्था के पोषण पर हीं किसी व्यक्ति का संपूर्ण जीवन की मानसिक और शारीरिक गतिविधियाँ निर्भर होती है । आंगनबाडी केंद्र पर स्कूल पूर्व शिक्षा के लिए नामांकित बच्चों को पौष्टिक लड्डू खिलाने का मुख्य उद्देश्य पोषण को मजबूत करना हीं है उक्त बातें तिलौथू पूर्वी के न्यू एरिया आंगनबाडी केंद्र संख्या 52 पर पौष्टिक लड्डू वितरण अभियान के उद्घाटन मौके पर सीडीपीओ अजू कुमारी ने कहीं ।

सीडीपीओ ने बताया कि रोगों से लड़ने की शक्ति बेहतर पोषण और शारीरिक श्रम से ही मानव शरीर में विकसित होता है। इसके लिए सेविकाओं को पौष्टिक लड्डू तैयार करने का प्रशिक्षण दिया जा चुका है । सेविका तैयार लड्डू आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को खिलाएंगी साथ ही पोषक क्षेत्र के बच्चों की माताओं को भी लड्डू बनाने का हुनर सिखाएगी ताकि बच्चे घर पर भी लड्डू का आनंद ले सकें ।।इस उद्घाटन मौके पर पर्यवेक्षिका कंचन कुमारी, कामिनी कुमारी सेविका सदीदा खातून, शाबिहा खातून ,खुशबू कुमारी, सोनम कुमारी, मनोरमा कुमारी, पुतुल कुमारी, ज्योत्सना कुमारी , सरिता कुमारी सीमा कुमारी, सिंधु कुमारी, सहित कई लोग उपस्थित थे। अंकुरित गेहूं मूंगफली तिल घी और गुड से बनता है लड्डू बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने के उद्देश्य से अभियान चलाया जा रहा है।

लड्डू को तैयार करने की विधियों के अनुसार गेहूं मूंगफली को पानी में भिगो कर अंकुरित कर सुखाने के पश्चात गरम कडाही में सुनहला होने तक भुनने के बाद पिसाई कर गुड और घी के सिरके में मिलाकर तैयार करना है । ठंड से बचने के लिए घर में बनने वाले मेथी सोंठ की तर्ज पर संपूर्ण पोषण के लिए स्वादिष्ट लड्डू तैयार किया जाना है। खाद्य प्रसंस्करण की यह तकनिक बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाने के साथ साथ महिलाओं के लिए स्वरोजगार भी साबित होगा। इसके साथ हीं मीठा और नमकीन छांछ सहित बालाहार खिलाने की रणनीति भी तैयार की जा रही है ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !! Copyright Reserved © RD News Network