आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 30 नवम्बर 2022 : पटना । हर घर बिजली का लक्ष्य हासिल करने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को ” वन नेशन वन टेरिफ ” यानी पूरे देश में एक समान बिजली दर लागू करने की चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को यदि देश के नागरिकों की थोड़ी भी चिंता है तो वह ” वन नेशन – वन टेरिफ ” का फॉर्मूला लागू करे। मुख्यमंत्री बुधवार को ऊर्जा आडिटोरियम में ऊर्जा प्रक्षेत्र की विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास , उद्घाटन , लोकार्पण और शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने आज के कार्यक्रम में कुल 15871.24 करोड़ रुपये की लागत की योजनाओं का शिलान्यास , उद्घाटन , लोकार्पण और शुभारंभ किया।

उत्साह और ऊर्जा से भरे दिख रहे मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से चुटकी ली और कहा कि मैं तो आपलोगों का अभिवादन करता हूं। लेकिन मीडिया पर तो केंद्र ने नियंत्रण कर रखा है। अब आप लोग कम से कम सोशल मीडिया पर भी तो ” वन नेशन – वन टेरिफ ” का अभियान चलाएं। हमने बिजली उत्पादन का सारा काम तो केंद्र के हवाले कर दिया है। अब ” वन नेशन – वन टेरिफ ” लागू करने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। केंद्र ही बिजली बना रहा है और वही बेच भी रहा है।

नीतीश ने मुफ्त बिजली देने का वादा करने वाले दलों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कुछ लोगों ने तो मुफ्त कर दिया है। वे बहुत गलत काम कर रहे हैं। हम तो बहुत सस्ती बिजली दे रहे हैं। जिस दर पर खरीदते हैं , उससे बहुत कम दर पर देते हैं। हमने बिहार में स्मार्ट प्री पेड मीटर की योजना शुरू की है ताकि जो जितना उपभोग करेगा , उतना ही पैसा देगा। लोगों को महसूस हो कि सेवा के बदले पैसा दे रहे हैं। हमने 2019 में इस योजना पर काम करने का सुझाव दिया था। बिहार पहला राज्य है , जहां ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्मार्ट प्री पेड मीटर लगाने का काम चल रहा है।

    उन्होंने बगल में बैठे ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव और बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड के सीएमडी संजीव हंस से पूछा कि कब तक पूरा हो जायेगा , स्मार्ट प्री पेड मीटर लगाने का काम? हंस ने कहा , सर 2025 तक आशा है। मुख्यमंत्री ने आडिटोरियम में बैठे ऊर्जा विभाग के अभियंताओं और पदाधिकरियों से कहा , हाथ उठाकर बोलिए 2025 तक हो जायेगा। जोरदार तालियों के बीच सबने एक स्वर में कहा हां सर। हो जायेगा। मुख्यमंत्री ने हंसते हुए कहा अरे हम भी वही पढाई किये हैं जो आपलोग पढ़ें हैं। हमको नौकरी मिल रहा था तो नहीं किये। सेवा के काम में लग गये।

नीतीश ने कहा कि बिहार ने 2018 में हर घर बिजली का लक्ष्य हासिल कर लिया है। अब हर खेत को पानी पहुंचाना है। इसके लिए किसानों को अलग से कनेक्शन दिया जा रहा है। खेती – किसानी के लिए कम से कम आठ घंटे बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। लेकिन असली चुनौती ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोतों की ओर बढने की है। एक समय आयेगा , जब कोयला आधारित बिजली उत्पादन केंद्र बंद हो जायेंगे। ऐसे में हमें सौर ऊर्जा को बढावा देना होगा। प्रत्येक वार्ड में दस सोलर लाइट लगाने का अभियान शुरू किया गया है। ताकि सड़कें और गलियां भी रोशन रहे। मुख्यमंत्री आवास पूरी तरह सोलर ऊर्जा से ऊर्जान्वित है। धीरे – धीरे सभी सरकारी दफ्तरों को सोलर ऊर्जा से लैस करना है।

काफी प्रफ्फुलित दिख रहे मुख्यमंत्री ने यह कह कर अफसरों को भी खूब हंसाया कि हम तो समझ रहे थे , संजीव हंस जी कम बोलेंगे लेकिन वे तो लंबा बोले। सब बात बोल गये। मुख्यमंत्री की चुटकी पर पूरे हाल में ठहाका लगा। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर विशेष तौर पर मौजूद स्वास्थ्य और पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत से भाषण दिलवाया।

ऊर्जा मंत्री विजेंद्र यादव , मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने भी अपनी बातें रखीं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार , विकास आयुक्त विवेक कुमार सिंह , ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव संजीव हंस , साउथ और नार्थ बिहार पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड के एमडी क्रमशः महेंद्र कुमार और प्रशांत कुमार भी मौजूद थे।

       इधर जमुई समाहरणालय के संवाद कक्ष में आयोजित कार्यक्रम से सम्बंधित वीडियो कांफ्रेंसिंग में विधायक दामोदर रावत , प्रफुल्ल कुमार मांझी , डीडीसी शशि शेखर चौधरी , अधीक्षण अभियंता इंद्रदेव कुमार, कार्यपालक अभियंता समीर कुमार , सहायक अभियंता लोकनाथ , डीआईओ राकेश कुमार आदि ने हिस्सा लिया और मुख्यमंत्री के संबोधन को आद्योपांत सुना तथा कई महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की। सभी उपस्थित जनों ने जमुई जिला समेत सम्पूर्ण बिहार में बिजली के जगमग रहने पर हर्ष प्रकट किया और मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया।

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