रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : 13 अप्रैल 2021 : डेहरी । प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन रोहतास इकाई के बैनर टेल डेहरी अनुमंडल में संचालित प्राइवेट विद्यालयों एवं प्राइवेट कोचिंग संस्थान ने मिलकर एक शांतिपूर्ण रैली अकोढ़ी गोला गांधी आश्रम से डेहरी अनुमंडल तक तय किया।

शांतिपूर्ण रैली में लगभग 400 संचालकों एवं शिक्षकों ने भाग लिया अकोढ़ी गोला से डेहरी अनुमंडल लगभग 11 किलोमीटर की दूरी को पैदल चलकर और बिना किसी नारेबाजी के कोरोना गाइडलाइन को पूरा करते हुए 2 गज की दूरी को मेंटेन करते हुए सभी ने मास्क लगा हुआ था और डेहरी एसडीएम को ज्ञापन संस्था के जिला सचिव समरेंद्र कुमार, जिला महामंत्री अनिल शर्मा, प्रखंड अध्यक्ष अरविन्द भारती, प्रखंड उपाध्यक्ष दीपनारायण पांडेय , प्रखंड सचिव प्रशांत कुमार , प्रखंड कोषाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद , अकोढ़ीगोला प्रखंड अध्यक्ष अशोक पाल, सचिव बिनायक सिंह , डॉ आशुतोष सिंह , तिलौथू प्रखंड अध्यक्ष मनोज कुमार एवं महिला प्रतिनिधियो ने मिलकर सौंपा।

रोहतास जिले के सभी उन्नीसों प्रखंडों के निजी विद्यालयों के संचालक एवं प्राइवेट कोचिंग के संचालकों की मांग है कि जिस प्रकार सभी संस्थान एवं सभी दुकानों को कोरोना प्रोटोकॉल के अंतर्गत चल रही है उसी प्रकार को भी सञ्चालन करने की अनुमति राज्य सरकार के द्वारा दी जाये। राज्य सरकार के आदेशानुसार 18 अप्रैल तक सरकार ने सभी शिक्षण संस्थानों को बंद करा दिया है जिसका अक्षरशः पालन करते हुए रोहतास जिला के उन्नीसों प्रखंडों के विद्यालय संचालको ने अपने अपने शिक्षण संस्थानों को बंद कर दिया है और विद्यार्थियों की मदत ऑनलाइन कक्षाएं चला कर कर रहे है। इस दौरान सभी निजी विद्यालय संचालकों की आर्थिक स्थिति दयनीय हो चुकी है और अब कोई भी विद्यालय शिक्षकों एवं कर्मचारियों को वेतन देने की स्थिति में नहीं है। साथ ही प्रत्येक माह हर संचालक को बिजली का बिल , मकान का किराया , वाहन का इन्शुरन्स एवं रोड टैक्स , बैंक का किस्ती , वार्षिक होल्डिंग टैक्स इत्यादि देना पड़ रहा है जिसके लिए उन्हें सूद पर पैसे ले कर भरने पड़ रहे है जिससे उनकी स्थिति बद से बत्तर हो रही है। यदि यही स्थिति कुछ दिन और रही तो रोजगार के लिए अन्य राज्यों में पलायन करना पड़ जायेगा और फिर शिक्षा के मंदिरों में टाला बंद हो जायेगा और बच्चे अज्ञानता के सागर में डूब जायेंगे।

निजी विद्यालय संचालको की राज्य सरकार से मांग है की बिहार राज्य में 19 अप्रैल से सभी शिक्षण संस्थानों को खोलने का आदेश पारित किया जाये और यदि 19 अप्रैल को विद्यालय खोलने की सूचना नहीं मिलती है तो आगे आंदोलन जारी रहेगा।


