भारत ने जितनी जल्दी स्वदेशी वैक्सीन बनायी और सबसे तेज टीकाकरण कर 100 करोड़ डोज मुफ्त लगवाये, उसकी दुनिया तारीफ कर रही है,

रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : 22 अक्टूबर 2021 : पटना । पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं भाजपा सांसद सुशील कुमार  मोदी ने कहा है कि देश में यदि  टीकाकरण अभियान सफल न होता तो 50 लाख लोग मरते ।श्री मोदी ने आज ट्वीट में कहा कि विपक्ष मौत के आंकड़ों पर राजनीति कर अस्थिरता फैलाना चाहता था।कांग्रेस बताये कि पोलियो टीकाकरण में इतने साल क्यों लगे? श्री मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यदि चिकित्सा वैज्ञानिकों को प्रोत्साहित कर मात्र 9 महीनों में कोरोना के स्वदेशी टीके विकसित न कराये होते और सबके सहयोग से मुफ्त टीकाकरण का व्यापक अभियान न चलाया होता, तो 130 करोड़ की सघन आबादी वाले भारत जैसे देश में इस महामारी से 50 लाख लोगों की मौत होती।   मात्र 33 करोड़ की आबादी वाले विकसित देश अमेरिका में 7.33 लाख और 21.26 करोड़ की जनसंख्या वाले ब्राजील में 6 लाख लोगों की मृत्यु हुई, जबकि भारत में सघन जांच, बेहतर इलाज और मिशन मोड में टीकाकरण कराने से केवल 4.5 लाख नागरिक बचाये नहीं जा सके।  मौत के चुनिंदा आंकड़ों पर राजनीति करने वाले लोग देश में अस्थिरता फैलाने पर   तुले थे।  उन्होंने कहा कि सदी की पहली वैश्विक महामारी को हराने के लिए भारत ने जितनी जल्दी स्वदेशी वैक्सीन बनायी और  सबसे तेज टीकाकरण कर 100 करोड़ डोज मुफ्त लगवाये, उसकी दुनिया तारीफ कर रही है, लेकिन कांग्रेस को यह उपलब्धि अच्छी नहीं लग रही है।  60 साल राज करने वाली कांग्रेस बताये कि उसके राज में पोलियो, मलेरिया जैसी बीमारियों के स्वदेशी टीके विकसित क्यों नहीं हो पाये?     उनके समय पोलियो टीकाकरण में कितने साल लगे थे? श्री मोदी ने कहा कि  भारत का टीकाकरण विज्ञान की कोख से जन्मा और वैज्ञानिक तरीके से इसे करोड़ों लोगों तक पहुँचाने में सबका सहयोग लिया गया।  जो लोग सर्जिकल स्ट्राइक पर सबूत मांग रहे थे, भारतीय वैक्सीन की गुणवत्ता पर अनर्गल सवाल उठा रहे थे और भाजपा का टीका बता कर लोगों को गुमराह कर रहे थे, उन्हें समझना चाहिए कि “विरोध के लिए विरोध” की नीति नहीं चलेगी। 

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