
रिपोर्ट: Rohtas Darshan चुनाव डेस्क | नई दिल्ली | Updated: 13 नवंबर 2025: दिल्ली कार ब्लास्ट केस में जांच एजेंसियों को बड़ी सफलता मिली है। उत्तर प्रदेश एटीएस ने कानपुर से डॉक्टर मोहम्मद आरिफ को हिरासत में लिया है, जो कार्डियोलॉजी में पढ़ाई कर रहा था। स्रोतों के मुताबिक, डॉ. परवेज से पूछताछ के बाद एटीएस ने कानपुर में छापा मारा और आरिफ को गिरफ्तार किया। देर रात एनआईए और एटीएस की संयुक्त टीम डॉक्टर परवेज को लेकर दिल्ली रवाना हुई। डॉ. परवेज, आतंकी डॉक्टर शाहीन सिद्दीकी का भाई है,
जिसकी गिरफ्तारी फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल के दौरान हुई थी। जांच एजेंसियों ने परवेज के पास से तीन कीपैड फोन, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और धारदार हथियार बरामद किए हैं, जो आतंकी गतिविधियों में उसकी सक्रिय भूमिका की ओर इशारा करते हैं।
फरीदाबाद मॉड्यूल से सीधा संबंध
जांच में पता चला है कि फरीदाबाद में पकड़ा गया आतंकी मॉड्यूल दिल्ली कार ब्लास्ट से जुड़ा हुआ है। 10 नवंबर को हुई इस कार्रवाई में एजेंसियों ने करीब 2,900 किलो विस्फोटक बरामद किया था और कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया था। ब्लास्ट सोमवार शाम 6:52 बजे लाल किले के पास हुआ था — जो भारत की राजधानी का सबसे संवेदनशील इलाका माना जाता है।
एनआईए के हाथों में जांच, IED से हुआ धमाका
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंपी है। शुरुआती जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि कार में उच्च-स्तरीय इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) लगाया गया था। एनआईए अब यह पता लगाने में जुटी है कि विस्फोटक सामग्री का स्रोत क्या था और किन लोगों ने इसमें सहयोग किया। इस धमाके में मारा गया व्यक्ति आतंकी उमर उन नबी था, जिसकी पहचान डीएनए जांच से पुख्ता हो चुकी है। एजेंसियां अब उमर के नेटवर्क और विदेशी लिंक का पता लगाने की कोशिश कर रही हैं।
मुख्य बिंदु एक नज़र में
दिल्ली कार ब्लास्ट केस में जांच एजेंसियों को बड़ी सफलता मिली है, जब यूपी एटीएस ने कानपुर से डॉक्टर मोहम्मद आरिफ को हिरासत में लिया। वह डॉक्टर परवेज का सहयोगी बताया जा रहा है, जो आतंकी डॉक्टर शाहीन सिद्दीकी का भाई है। परवेज से तीन मोबाइल फोन, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और धारदार हथियार बरामद किए गए हैं।
एनआईए और एटीएस अब पूरे नेटवर्क की कड़ियों को जोड़ने में जुटी हैं। फरीदाबाद में हाल ही में बरामद 2,900 किलो विस्फोटक और दिल्ली ब्लास्ट में इस्तेमाल हुए IED के बीच सीधा संबंध सामने आया है। ब्लास्ट में मारा गया आतंकी उमर उन नबी ही विस्फोट का मुख्य आरोपी था। केंद्रीय एजेंसियां अब इस आतंकी मॉड्यूल के फाइनेंसर और मास्टरमाइंड का पता लगा रही हैं।


