रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : 08 जुलाई 2021 : सासाराम : केंद्रीय मंत्री परिषद् में कायस्थों को स्थान नहीं मिलने पर समाज सेवी रजनीश कुमार वर्मा ने दुख जताया और कहा कि यह एक गंभीर चिंतन का विषय है कि आजादी से लेकर अब तक देश के लिए मर मिटने वाला ये समाज कहां है। जिस समाज ने स्वामी विवेकानंद, सुभाष चंद्र बोस,खुदी राम बोस, डॉ राजेंद्र प्रसाद लाल बहादुर शास्त्री, जयप्रकाश नारायण जैसे महान विभूतियों को देश के लिए सुपर्द किया। जिन्होंने देश को एक नई दिशा दी, उस समाज के साथ ऐसा व्यवहार दुर्भाग्यपूर्ण हैं ।साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मेरा व्यक्तिगत मानना है कि आज हम सब की जो स्थिति है, इसके जिम्मेदार हम सब खुद हैं। हम सब इस कदर बिखरे हुए हैं, जिसका कोई जवाब नहीं और बिखरे हुए लोगों का कोई मोल नहीं होता। साहनी और मांझी जैसे लोग अपनी जातिगत एकता और मजबूती को दिखला कर आज मंत्रिमंडल में राज भोग रहे हैं, क्या उन सब से भी हमारी संख्या कम है ? नही उनसे संख्या भी ज्यादा है और तजुर्बा भी पर हम सब आपसी खींचातानी में दिन -प्रतिदिन पतन की ओर जा रहे है।
क्या उन लोगों में आपस में लड़ाई नहीं सब है ,पर अपना व्यक्तिगत लड़ाई अपने तक ही सीमित है। सामाजिक स्तर पर वह उसे भूल जाते हैं और हम सब उसे याद रखते हैं। जब तक हम सब भाजपा,कांग्रेस,बामपंथ से बाहर निकल कर कुछ अलग नही सोचेंगे, तब तक कुछ होने वाला नहीं।
किसी के खींचे हुए लकीर को छोटा दिखाने के लिए उससे बड़ा लकीर खींचना पड़ता है, ना कि उस लकीर पर लीपापोती।
