रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : 08 सितम्बर 2021 : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंदकुमार बघेल को ब्राह्मणों पर विवादास्पद टिप्पणी करने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। एक मुख्यमंत्री का पिता होने के बावजूद उन्हें अरेस्ट किया गया, इस पर लोग तारीफ कर रहे थे, लेकिन इन सबके बीच सामने आई एक तस्वीर ने चर्चा का रुख मोड़ दिया। असल में इस तस्वीर में नंद कुमार बघेल पुलिस थाने में इंस्पेक्टर की टेबल पर बैठकर खाना खाते देखे जा रहे हैं। इसके पहले नंदकुमार बघेल के खिलाफ छत्तीसगढ़ सरकार ने ही धार्मिक भावनाएं भड़काने, दंगा भड़काने की धारा 153 ए के तहत एफआईआर दर्ज करवाई है। राजधानी रायपुर के डीडी नगर थाने में नंदकुमार बघेल के ब्राह्मणों को लेकर दिए गए एक विवादित बयान पर शासन ने खुद संज्ञान लेते हुए यह एफआईआर दर्ज करवाई है।30 अगस्त को भूपेश बघेल के पिता नंदकुमार बघेल ने यूपी के लखनऊ में एक आंदोलन के दौरान मीडिया को बयान दिया था कि ब्राह्मण विदेशी हैं और वे उत्तर प्रदेश में 6 सितंबर को उनके खिलाफ एक बड़ा आंदोलन करेंगे ताकि उन्हें मंदिरों से निकाला जाए। वे गांव-गांव जाकर उनका बहिष्कार करेंगे। नंदकुमार बघेल के बयान का यह वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
इधर बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं भाजपा सांसद सुशील मोदी ने आज ट्वीट में कहा कि ब्राह्मणों पर भूपेश बघेल के पिता का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है।उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासित छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश सिंह बघेल के पिता नंदकुमार बघेल ने ब्राह्मणों को विदेशी बताकर उनके बहिष्कार करने का जो बयान दिया है, वह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। राहुल गांधी चुनाव के समय मंदिर जाते हैं और स्वयं को जनेऊधारी ब्राह्मण बताते हैं, जबकि ब्राह्मणों के प्रति दुर्भावना रखने वाले परिवार के व्यक्ति को सरकार की कमान सौंपते हैं। श्री मोदी ने कहा कि जिस बसपा ने यूपी की सत्ता पाने के लिए कभी ब्राह्मणों और अन्य ऊंची जातियों को जूते मारने का नारा लगवाया था, वही राज्य में चुनाव करीब देख कर जगह-जगह ब्राह्मण सम्मेलन करा रही है। कांग्रेस, बसपा, राजद और सपा जैसी पार्टियां हर समुदाय को वोट बैंक समझती हैं। वे केवल चुनाव के समय समुदायों को याद करते हैं, जबकि भाजपा अपने शासन में सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास की नीति पर आचरण करती है।
