सासाराम : जिले में इन दिनों धड़ल्ले से बालू की ओवरलोडिंग ढूलाई हो रही है। इससे ना सिर्फ खनन विभाग को राजस्व का नुकसान हो रहा है बल्कि परिवहन विभाग और पर्यावरण विभाग को भी काफी नुकसान पहुंच रहा है। हालांकि ओवरलोडिंग और अवैध खनन रोकने के लिए आए दिन खनन विभाग एवं परिवहन विभाग द्वारा जिले के अलग-अलग जगहों पर सघन चेकिंग अभियान चलाया जाता है तथा वाहनों को जप्त कर मामले में एफआईआर भी दर्ज की जाती है बावजूद इसके खनन माफियाओं पर इसका असर नाकाफी साबित हो रहा है। ट्रैक्टरों एवं ट्रकों पर क्षमता से अधिक मात्रा में बालू लोड कर ढुलाई की लगातार शिकायतें मिलती रहती है। बालू माफिया एक साथ खनन, परिवहन और पर्यावरण तीनों विभागों को लगातार चूना लगा रहे हैं। ओवरलोडिंग एवं अवैध खनन की वजह से सरकार को कई तरह के राजस्व का नुकसान हो रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक बालू घाटों से कम मात्रा का चालान काटा जाता है जबकि इससे ज्यादा मात्रा में खनन किया जा रहा है। इसके अलावे ट्रकों पर बालू लादने की क्षमता 20 से 40 टन तक की है। जबकि उन ट्रकों पर 50 से 80 टन तक कि बालू ढुलाई की जाती है। जिससे मात्र 20 से 40 टन का राजस्व सरकार के खाते में जमा हो पाता है। जिसको देखते हुए अवैध बालू व ओवरलोडिंग के खिलाफ खनन और परिवहन विभाग द्वारा संयुक्त चेकिंग अभियान भी चलाया जाता है तथा बालू के अवैध कारोबार पर लगाम लगाने के उद्देश्य से राज्य सरकार के निर्देश पर राष्ट्रीय राजमार्ग दो स्थित शिवसागर गांव के समीप टोल गेट पर वाहन भार मापक यंत्र भी लगाए गए हैं जहां क्षमता से अधिक वजन होने पर वाहनों से जुर्माना वसूला जाता है। लेकिन स्थानीय लोगों की माने तो माफिया टोल कर्मियों से सांठगांठ कर लगातार ओवरलोडेड वाहनों को पास कराते हैं। जिसका खामियाजा राज्य की सड़कों एवं वातावरण को उठाना पड़ता है तथा सड़कों की जर्जर हालत एवं ध्वस्त पुल पुलिया अखबारों की सुर्खियां बनती हैं। वहीं मामले को लेकर जिला खनन पदाधिकारी से दूरभाष पर संपर्क साधने का प्रयास किया गया लेकिन फोन बंद होने के कारण संपर्क नहीं हो पाया।
राजस्व नुकसान पहुंचाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा
इस संदर्भ में पूछे जाने पर एमभीआई राकेश रंजन ने बताया कि बालू के अवैध खनन और ओवरलोडिंग के खिलाफ लगातार सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहे हैं। मामले में जप्त वाहनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है तथा राजस्व का नुकसान करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
