
रिपोर्ट: Rohtas Darshan चुनाव डेस्क | पटना | Updated: 16 दिसंबर 2025: बिहार की सियासत में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दरभंगा सदर से विधायक संजय सरावगी को बिहार भाजपा का नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। इस फैसले की औपचारिक घोषणा पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और मुख्यालय प्रभारी अरुण सिंह ने की।
नियुक्ति पत्र में साफ कहा गया है कि संजय सरावगी की यह जिम्मेदारी तत्काल प्रभाव से लागू होगी। यह फैसला ऐसे समय में आया है, जब बिहार भाजपा संगठन में बड़े स्तर पर बदलाव किए जा रहे हैं।
छह बार विधायक, मजबूत संगठनात्मक पकड़
संजय सरावगी बिहार की राजनीति का एक जाना-पहचाना नाम हैं। वे 2005 से लगातार छह बार दरभंगा सदर विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने जा चुके हैं।
उन्होंने फरवरी 2005 में पहली बार विधानसभा में कदम रखा और इसके बाद:
• 2005 (नवंबर)
• 2010
• 2015
• 2020
• 2025
लगातार चुनाव जीतते आए हैं। यह रिकॉर्ड उन्हें बिहार के सबसे अनुभवी विधायकों में शामिल करता है।
छात्र राजनीति से सियासत तक का सफर
संजय सरावगी वैश्य समाज से आते हैं और उनकी राजनीतिक यात्रा छात्र जीवन से शुरू हुई।
वे लगभग 10 वर्षों तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) में सक्रिय रहे और संगठन के कई अहम पदों पर काम किया।
• 1999: भाजपा युवा मोर्चा के जिला मंत्री
• 2001: दरभंगा नगर मंडल भाजपा अध्यक्ष
इन भूमिकाओं के जरिए उन्होंने जमीनी स्तर पर मजबूत पकड़ बनाई।
विधानसभा और सरकार में अहम जिम्मेदारियां
संजय सरावगी सिर्फ चुनाव जीतने वाले नेता ही नहीं, बल्कि संगठन और विधानसभा दोनों में अहम भूमिका निभा चुके हैं।
• 2017: बिहार विधानसभा की प्राक्कलन समिति के सभापति
• फरवरी 2025: बिहार सरकार में राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री बनाए गए
इसके अलावा वे प्रदेश कार्यसमिति सदस्य, कई जिलों के संगठन चुनाव प्रभारी और सदस्यता अभियान प्रभारी भी रह चुके हैं।
क्यों अहम मानी जा रही है यह नियुक्ति?
पार्टी के भीतर संजय सरावगी को वैश्य समाज के प्रभावशाली चेहरे के तौर पर देखा जाता है। ऐसे में उनका प्रदेश अध्यक्ष बनना:
• सामाजिक संतुलन
• संगठनात्मक मजबूती
• और आगामी चुनावी रणनीति
के लिहाज से काफी अहम माना जा रहा है।
यह नियुक्ति ऐसे समय पर हुई है जब बिहार के मंत्री नितिन नबीन को भाजपा का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है।
पहले से तय मानी जा रही थी बदलाव की पटकथा
गौरतलब है कि दिलीप जायसवाल के बिहार सरकार में मंत्री बनने के बाद से ही यह कयास लगाए जा रहे थे कि प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी किसी नए चेहरे को दी जाएगी। अब संजय सरावगी को यह कमान सौंपकर भाजपा ने साफ संकेत दे दिया है कि संगठन को नए सिरे से मजबूत किया जाएगा।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि आने वाले दिनों में संजय सरावगी की भूमिका बिहार भाजपा की रणनीति और चुनावी दिशा तय करने में बेहद अहम होगी।


