रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : 11 अप्रैल 2021 : डेहरी : कोरोना वायरस के नाम पर बिहार सरकार शिक्षा को चौपट करने की मनसा बनाई है। क्योंकि कोरोना वायरस के संक्रमण होने के नाम पर प्रदेश में केवल तमाम शिक्षण संस्थानों को तथा धार्मिक स्थलों को बंद कर दिया गया है । जिससे बच्चों की शिक्षा की शुरुआती शैक्षणिक व्यवस्था ही ढप्प गई है। जिन बच्चों का पठन-पाठन की शुरुआती माह अप्रैल होता है।

प्राइवेट स्कूल एण्ड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन की डिहरी शाखा का एक शिष्टमंडल डिहरी विधायक फते बहादुर सिंह के डिहरी स्थित होटल बुद्ध विहार के कार्यालय कक्ष में रविवार को जाकर मुलाकात कर अपनी आर्थिक हालात तथा बच्चों की शैक्षणिक स्थिति चौपट होने की चर्चा किया । जिस पर विधायक फतेह बहादुर सिंह ने उक्त बातें कहते हुए यह भी कहा कि प्रदेश सरकार को केवल शैक्षणिक संस्थानों में तथा धार्मिक स्थलों पर ही कोरोनावायरस तैरते नजर आ रही है । जबकि पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहा है। जहां एक भी कोरोना का मरीज केंद्र सरकार को दिखाई नहीं पड़ रहा है। विधायक ने यह भी कहा की बच्चों की शैक्षणिक स्थिति पिछले साल भी लॉकडाउन को लेकर चौपट हो गई थी । इस साल भी बच्चों की शिक्षा के साथ वही हलात प्रदेश सरकार पैदा कर दी है। सरकार को चाहिए शिक्षण संस्थानों में कोविड-19 गाइडलाइन का पालन करते हुए तथा बच्चों की उपस्थिति 50% के साथ पढ़ाई शुरू करानी चाहिए ।ताकि बच्चे कि शिक्षा एवं सुरक्षा भी मिलती रहे। विधायक ने अभी कहा कि वह अगले विधानसभा सत्र में इस सवाल को जरूर उठाएंगे । उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा बरात में 200 लोगों की जाने की अनुमति दी है। आखिर सरकार इसका जवाब देगी कि दो सौ बारातियो को सरकार की किस प्रतिनिधि द्वारा हर बारात में जाकर गिनती करेगी।


