बिक्रमगंज । स्थानीय शहर के उच्च माध्यमिक इंटरस्तरीय विद्यालय तेंदुनी के प्रांगण में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती समारोह मनाई गई । जयंती समारोह पर भारत के किसानों के हक की आवाज को बुलंद करने वाले भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय सिंह की जयंती समारोह पर मुख्य अतिथि व कार्यक्रम के उद्घाटन कर्ता डॉ नागेंद्र झा महिला महाविद्यालय बिक्रमगंज के प्राचार्य डॉ अमरेंद्र मिश्रा ,परमानंद सिंह वरीय अधिवक्ता , विद्यालय के प्राचार्या सुनीता देवी सहित अन्य गणमान्य लोगों द्वारा उनके तैल चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित की गई । जयंती समारोह पर स्वर्गीय सिंह को याद करते हुए डॉ नागेंद्र झा महिला महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अमरेंद्र मिश्रा ने बताया कि भारत के किसानों की स्थिति को सुधारने के लिए चौधरी चरण सिंह ने काफी काम किए थे और यही कारण है कि चौधरी चरण सिंह के जन्मदिवस को राष्ट्रीय कृषक दिवस के लिए चुना गया । दुनिया के अलग-अलग देशों में अलग-अलग वक्त पर कृषक दिवस मनाया जाता है । भारत में 23 दिसंबर को राष्ट्रीय कृषक दिवस मनाया जाता है । इसी दिन भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का जन्मदिवस भी मनाया जाता है । डॉ मिश्रा ने पूर्व प्रधानमंत्री एवं देश के सबसे सम्मानित किसान नेताओं में अग्रणी स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह को उनकी जयंती के अवसर पर स्मरण एवं नमन किया । उनके कृतत्व पर प्रकाश डालते हुए विद्यालय के प्राचार्या सुनीता देवी ने कहा कि चौधरी साहब आजीवन किसानों की समस्याओं को आवाज़ देते रहे और उनके कल्याण के लिए काम करते रहे । देश उनके योगदान को हमेशा याद रखेगा । वहीं वरीय अधिवक्ता परमानंद सिंह ने उन्हें याद करते हुए कहा कि चौधरी चरण सिंह चाहते थे कि देश के किसानों की आमदनी बढ़े, उनकी फसलों का लाभकारी मूल्य मिले और किसानों का मान सम्मान सुरक्षित रहे । उन्होंने आगे कहा कि ”हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनकी प्रेरणा से ही किसानों के हित में अनेक कदम उठा रहे हैं । किसानों का वे किसी सूरत में अहित नहीं होने देंगे । आज किसान दिवस के अवसर पर मैं देश के सभी अन्नदाताओं का अभिनंदन करता हूँ । उन्होंने देश को खाद्य सुरक्षा का कवच प्रदान किया है । कृषि कानूनों को लेकर कुछ किसान आंदोलनरत हैं । सरकार उनसे पूरी संवेदनशीलता के साथ बात कर रही है । राजद नेता जनार्दन सिंह यादव ने कहा कि संसद में किसानों की आवाज चौधरी चरण सिंह भारत को कृषि प्रधान देश माना जा रहा है । हमारे देश के किसानों को अर्थव्यवस्था की रीढ़ माना जाता रहा है । चौधरी चरण सिंह देश के किसान नेता थे जिन्होंने देश की संसद में किसानों के लिए आवाज बुलंद की थी । चरण सिंह 28 जुलाई 1979 से लेकर 14 जनवरी 1980 तक देश के प्रधानमंत्री रहे थे । 23 दिसंबर 1902 को उनका जन्म पश्चिमी यूपी के हापुड़ में हुआ था । उनके पिता का नाम चौधरी मीर सिंह थी । गांधी जी के डांडी मार्च के समर्थन में किया आंदोलन वे छेड़े ही थे जब उनका परिवार जानी इलाके में जाकर बस गया था । उन्होंने आगरा यूनिवर्सिटी से पढाई की और फिर गाजियाबाद में कुछ वक्त के लिए वकालत भी की । वे गांधी जी से काफी प्रभावित थे । उन्होंने गाजियाबाद में कांग्रेस कमेटी बनाई और जब गांधी जी ने नमक बनाने के लिए डांडी मार्च निकाला तब चरण सिंह ने भी हिंडन में नमक कानून को तोड़ा । इसके लिए उन्हें छह महीने की जेल हुई लेकिन जेल से निकलते ही वह फिर से देश सेवा में लग गए । मौके पर सीमा कुमारी , केदार नाथ सिंह ,विजय कुमार सिंह ,कुमुद रंजन तिवारी सहित विद्यालय के अन्य शिक्षक व शिक्षिका लोग मौजूद थे ।
