ईमानदारी जीवन चलने का एक आसान तरीका
लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए विद्यार्थियों को दिए चार मूल मंत्र
विद्यार्थी जीवन में त्याग ही उन्हें सफल बनाती है
आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 24 दिसंबर 2021 : बिक्रमगंज(रोहतास) : स्थानीय शहर के साई बीएड कॉलेज में शुक्रवार को ” मोटिवेशनल स्पीच कार्यक्रम ” का आयोजन एडिशनल चीफ सेक्रेटरी प्लानिंग चंद्रकांत कुमार अनिल उर्फ सी के अनिल के नेतृत्व में आयोजित की गई । जिस कार्यक्रम की अध्यक्षता साई बीएड कॉलेज के सचिव धनंजय सिंह व संचालन उद्घोषक रवि रंजन ने की । कार्यमुख्य के मुख्य अतिथि एडिशनल चीफ सेक्रेटरी प्लानिंग सी के अनिल के 24 दिसंबर आगमन को लेकर बिक्रमगंज अनुमंडल के स्थानीय शहर के लोगों में काफी उत्सुकता देखी गई । जिनके स्वागत समारोह को लेकर पूरे कॉलेज के कर्मी , छात्राएं सहित आम लोगों ने उनके ऊपर फूलों की बारिश करते हुए स्वागत गीत के साथ छात्राओं ने उनका स्वागत किया । जबकि साई बीएड कॉलेज के सचिव धनंजय सिंह ने मुख्य अतिथि एडिशनल चीफ सेक्रेटरी प्लानिंग सी के अनिल को पुष्पगुच्छ , अंगवस्त्र , मोमेंटो व बुके देकर सम्मानित किया । साथ ही साथ मुख्य अतिथि के साथ आये हुए गणमान्य लोगों को भी सचिव द्वारा सम्मानित किया गया । इस अवसर पर सर्वप्रथम मुख्य अतिथि सहित आईपीएस रमन चौधरी , पटना हाई कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता कमलकांत उपाध्याय , द डीपीएस स्कूल के निदेशक अखिलेश सिंह ने संयुक्त रूप से दिप प्रज्वलित कर मोटिवेशनल स्पीच कार्यक्रम की शुरुआत की । उसके उपरांत मुख्य अतिथि ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए लक्ष्य को हासिल करने के लिए चार मूल मंत्र दिए । उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए बताया कि अगर इस युग में कोई भी इंसान अगर अपने लक्ष्य को हासिल करना चाहता है तो उसे अपने जीवन को सुखमय बनाने के लिए हार्ड वर्क , सपना देखना , टीम गठित करना एवं रिस्क लेना ये सभी चारो मूल मंत्र मानव जीवन को आगे बढ़ने के मार्ग को प्रसस्त करता है । उन्होंने बिक्रमगंज की धरती को नमन करते हुए कहा कि बिक्रमगंज की धरती का ये पुराना इतिहास रहा है । यहां की धरती सोना की खान है । उन्होंने सोन नदी का भी जिक्र करते हुए कहा कि अगर बिक्रमगंज अनुमंडल के लोग अगर चाहे तो वो अपने यहां भी इंडस्ट्रीज खड़ा कर अपने रोजगार को बढ़ा सकता है । आज का हमारा बिहार पहले वाला बिहार नही रह गया है । अगर हमारे बिहार के लोग ईमानदारी से अपने लक्ष्य को हासिल करना चाहे तो उसके लिए नामुमकिन नही है । बिक्रमगंज की धरती से उपजा हुआ अनाज में काफी शक्ति है । संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि इंसान को सत्यवादी होना चाहिए क्योंकि हर समय वक्त बदलते रहता है । साथ ही साथ उन्होंने जिक्र करते हुए कहा कि जब मैं बिक्रमगंज की धरती पर अपना पहला कदम नवंबर 1993 में रखा और यहां के जनप्रतिनिधि व स्थानीय लोगों के साथ मिलकर काम किया तो कुछ ही दिनों में 28 नवंबर 1993 को बीबीसी के द्वारा सूचना प्रसारित किया गया कि पूरे बिहार में कम समय मे नगरपालिका टैक्स को जमा कर बिहार में प्रथम स्थान बिक्रमगंज को ही मिला था । वो दिन मुझे आज भी याद है और रहेगा । यहां के लोग जो मुझे प्यार व दुलार दिया है वो भूलने योग्य नही । मैं आज भी जहां पर हूं । वहां पर भी मेरा पहला ध्यान इसी धरती पर पड़ता है । मैं बिक्रमगंज की धरती को नमन और वंदन करता हूं । साथ ही साथ उन्होंने कहा कि जैसे ही मेरी पोस्टिंग की सूचना 20 दिसंबर 1993 को यहां के स्थानीय लोगों को मिली तो मेरी गाड़ी को तेंदुनी चौक पर रोक लिया गया । वो प्यार व दुलार आज भी मुझे याद है । साथ ही मंच पर आसीन अन्य वक्ताओं ने भी कार्यक्रम तहत अपनी अपनी बातें रखी । इस कार्यक्रम के उपरांत द डीपीएस स्कूल के निदेशक अखिलेश सिंह ने कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन किया । मौके पर शिवपुर पंचायत की मुखिया श्वेता सिंह , डॉ नागेंद्र झा महिला कॉलेज के प्राचार्य डॉ अमरेंद्र मिश्रा , मदन वैश्य , अन्य जनप्रतिनिधिगण , शिक्षक- शिक्षिका सहित छात्र व छात्रा उपस्थित थे ।
