
रिपोर्ट: Rohtas Darshan चुनाव डेस्क | अयोध्या | Updated: 21 नवंबर 2025: श्री राम जन्मभूमि मंदिर में 25 नवंबर को होने वाले ऐतिहासिक ध्वजारोहण समारोह की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस भव्य कार्यक्रम में शामिल होंगे और उनके हाथों से पूरे वैदिक विधि-विधान से राम मंदिर पर ध्वजारोहण किया जाएगा। इसी बीच समारोह के निमंत्रण पत्र की पहली झलक सामने आई है, जिसने भक्तों और देशभर के जनमानस में उत्साह और श्रद्धा को और बढ़ा दिया है।
निमंत्रण पत्र की पहली झलक – भक्ति और वैभव का मेल
ध्वजारोहण समारोह के लिए जो निमंत्रण पत्र तैयार किया गया है, वह बेहद आकर्षक और आध्यात्मिकता से सराबोर है। यह विशेष कार्ड—
• पीले और भगवा रंग
• पूजनीय प्रतीकों
• और परंपरागत शैली
से सजाया गया है। कार्ड पर प्रेषक के तौर पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का नाम दिया गया है।
पहले पन्ने पर राम मंदिर की दिव्य छवि
निमंत्रण पत्र के पहले पन्ने पर—
• नीचे की ओर राम मंदिर की भव्य तस्वीर
• ऊपर सूर्य की किरणों के बीच भगवान श्रीराम की आकृति
• बड़े अक्षरों में लिखा “ध्वजारोहण”
प्रत्येक तत्व पूरी तरह से समारोह की पवित्रता और गौरव को दर्शाता है।
दूसरे पन्ने में पूरे कार्यक्रम का विवरण
दूसरे पृष्ठ पर 25 नवंबर को होने वाले समारोह का विस्तृत ब्यौरा है, जिसमें—
• कार्यक्रम की समय-सारणी
• प्रवेश मार्ग
• प्रवेश समय
• अतिथियों के आगमन की व्यवस्था
का विस्तृत उल्लेख दिया गया है।
तीसरे पेज पर शामिल होने वाले विशिष्ट अतिथि
निमंत्रण पत्र के तीसरे पन्ने पर उन प्रतिष्ठित अतिथियों के नाम दर्ज हैं, जो इस ऐतिहासिक समारोह का हिस्सा होंगे। इनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं—
• प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
• राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत
• उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल
• मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
ये सभी प्रमुख हस्तियां गर्भगृह में ध्वजारोहण अनुष्ठान की साक्षी बनेंगी।
ध्वजारोहण के लिए अयोध्या में जोरदार तैयारियां
अयोध्या नगरी इस अवसर पर किसी दुल्हन की तरह सजी हुई है। शहर भर में—
• भगवान राम की कथा से जुड़े भित्तिचित्र
• प्रकाश सज्जा
• सांस्कृतिक परिदृश्य
उकेरे गए हैं।
मंदिर के मुख्य शिखर पर ध्वज लगाने के लिए—
• आधुनिक तकनीक
• और पारंपरिक तरीकों
दोनों का संयुक्त उपयोग किया गया है।
कैसा होगा राम मंदिर पर लगाया जाने वाला ध्वज?
ध्वजारोहण किए जाने वाला ध्वज—
• चमकदार केसरिया रंग
• त्रिकोणीय आकार
• केंद्र में “ऊँ” का अंकन
• साथ ही भगवान सूर्यदेव का मंगल प्रतीक
से सुसज्जित रहेगा।
यह ध्वज शक्ति, धर्म और एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक माना जा रहा है।
सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद
समारोह के मद्देनजर अयोध्या में सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं।
• अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात
• शहर में निगरानी तेज
• कार्यक्रम के दिन आम श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक
ताकि आयोजन बिना किसी बाधा के ऐतिहासिक स्वरूप में पूरा हो सके।


