
By Rohtas Darshan Digital Desk | Updated: October 21, 2025 | Lucknow–Patna : समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बिहार में स्टार प्रचारक बनाए जाने पर शनिवार को तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि योगी सिर्फ़ प्रचार करने नहीं बल्कि विभाजन की राजनीति को हवा दे रहे हैं — इसलिए वे उनके लिए “स्टार विभाजक” कहे जाने के हकदार हैं।
अखिलेश ने कहा कि बिहार की जनता ऐसे विभाजनकारी नेताओं को कभी स्वीकार नहीं करेगी। उनके मुताबिक, सरकार जनता को गुमराह कर रही है — “पहले दावा था आठ साल का कार्यकाल पूरा हुआ, जबकि अब नौ साल होने वाले हैं” — और अब केवल एक अंतिम बजट बाकी है। उन्होंने राज्य सरकार की नीतियों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बिजली बेचना और निजीकरण जैसे वादे पूरे नहीं हो रहे।
उन्होंने लखनऊ में यातायात जाम और ‘स्मार्ट सिटी’ दावों का उदाहरण देते हुए कहा कि ऐसे दावों पर सवाल उठते हैं। साथ ही उन्होंने अधिकारियों और सरकार पर पारदर्शिता न दिखाने का आरोप लगाया — खासकर ऐसे मामलों में जहाँ मानव क्षति हुई हो और सही आंकड़े सार्वजनिक न किए जाएं।
सपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि जिन लोगों ने “काला धन” और “भ्रष्टाचार” के खिलाफ बड़े-बड़े वादे किए थे, वे अब मुआवजा देने से कतराते हैं। उन्होंने कहा कि यदि मृत्यु प्रमाणपत्र जारी किए जाएंगे तो संबंधित पक्षों को मुआवजा देना होगा — पर सरकार सच्चाई छिपाने की कोशिश कर रही है।
अखिलेश ने law-and-order के हालात पर भी चिंता जताई — उन्होंने छतों पर सांड और गुलदार के हमलों जैसा तंजिया बयान देकर हालात की भयावहता की ओर इशारा किया और कहा कि कुछ दिनों में दर्जनों हमले हो चुके हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि समाजवादी लोग “बुल और बुलडोजर” जैसी नीतियों के खिलाफ हैं।
दिवाली के संदर्भ में उन्होंने कहा कि अगर सपा सत्ता में आई तो कुम्हारों का विशेष ख्याल रखा जाएगा — सपा सरकार दिवाली पर कुम्हारों से बड़ी संख्या में दीये खरीदेगी। उन्होंने कानपुर के मामले का जिक्र करते हुए कहा कि जहां बुलडोजर चला, वहां जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई हो सकती है और उनका बचाव नहीं किया जाएगा; साथ ही पीड़ितों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया।
राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, अखिलेश के यह बयान महागठबंधन–एनडीए की सियासी लड़ाई में नई गरमाहट जोड़ सकते हैं।


