आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 05 जून 2022 : सासाराम : विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर जिला पदाधिकारी ,रोहतास -सह- जिला निर्वाचन पदाधिकारी , रोहतास श्री धर्मेंद्र कुमार, डीडीसी, रोहतास- सह -निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी 211, नोखा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र श्री शेखर आनंद , जिला उप निर्वाचन पदाधिकारी, रोहतास, श्री सत्यप्रिय कुमार ,डीपीओ, मनरेगा, श्री संजय कुमार, ईवीएम वेयरहाउस प्रभारी- सह- जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी, श्री उपेंद्र यादव द्वारा क्रमशः फजलगंज स्थित बहुउद्देशीय परिसर में ,समाहरणालय परिसर में तथा ईवीएम वेयरहाउस परिसर में पौधारोपण का कार्यक्रम किया गया।
ज्ञातव्य है कि भारत निर्वाचन आयोग, नई दिल्ली, तथा मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, बिहार द्वारा प्रदत्त निर्देश के आलोक में ,जिला निर्वाचन पदाधिकारी -सह -जिलाधिकारी, रोहतास, श्री धर्मेंद्र कुमार द्वारा जिले के सभी 2353 मतदान केंद्रों पर संबंधित बी एल ओ द्वारा एक- एक पौधे, सभी प्रखंड कार्यालयों में , प्रखंड विकास पदाधिकारियों द्वारा 5-5 पौधे, सभी अनुमंडल कार्यालयों में , संबंधित निर्वाचक निबंधन पदाधिकारियों द्वारा 10-10 पौधारोपण का कार्यक्रम निर्धारित किया गया था।
साथ ही ,सभी नगर निकायों में, नगर कार्यपालक पदाधिकारियों द्वारा भी कार्यालय परिसर में दो-दो पौधे लगाए जाने का निर्देश था।
मुख्य कार्यक्रम स्थल,फजलगंज स्थित बहुद्देशीय भवन परिसर में अशोक तथा महोगनी के पौधे लगाए गए जबकि समाहरणालय परिसर में आम, अनार और आंवला का पौधा लगाया गया। उक्त अवसर पर जिलाधिकारी महोदय ने अपने संदेश में कहा कि पौधा लगाकर ही, हम माता प्रकृति को उनका कर्ज अदा कर सकते हैं। जलवायु परिवर्तन,ग्लोबल वार्मिंग तथा कार्बन उत्सर्जन पर प्रभावी नियंत्रण, वृक्षारोपण से ही प्राप्त किया जा सकता है।
जिलाधिकारी महोदय ने सभी बीएलओ का आह्वान किया कि अपने मतदान केंद्र /विद्यालय परिसर में लगाए गए पौधों की देखरेख व्यक्तिगत रूप से करें तथा उन्होंने जिलावासियों का आह्वान किया कि अपने -अपने घरों के आसपास या खेतों के मेड़ पर तथा नदी तट पर वृक्षारोपण किया जाए ताकि जलवायु परिवर्तन ,ग्लोबल वार्मिंग तथा कार्बन उत्सर्जन का बेहतर तरीके से सामना किया जा सके।
उक्त अवसर पर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए , डीडीसी, रोहतास श्री शेखर आनंद ने,सभी मनरेगा कर्मियों का आह्वान किया कि वृक्ष मित्रों के माध्यम से भी जितने भी पौधे लगाए जाते रहे हैं, उनकी उत्तरजीविता सुनिश्चित करने का हरसंभव प्रयास किया जाए।