आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 10 नवंबर 2023 : सासाराम : जिला प्रशासन के तत्वावधान में शहर के फजलगंज स्थित मल्टीपर्पस हॉल में कवियों और शायरों की महफिल सजी. जिसमें कवि, कवियों और शायरों ने जमकर अपने कलाम पढ़ खुब तालियां एवं वाही लुटी. इस दौरान कार्यक्रम की शुरूआत से पहले जिला प्रशासन की ओर से कार्यक्रम में शिकरत करने वाले सभी कलाकरों को सम्मानित किया गया.
जिसके बाद कार्यक्रम शुरू. कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर की कवित्री पूनम श्रीवास्तव ने पढ़ा तो मल्टीपर्पस हॉल वाह-वाह और तालियां की गड़गडाहट से गूंज उठा. कवित्रि पूनम ने देश भक्ति और धर्म के नाम पर बोझिल दिलों की छुने वाली एक से बढ़कर एक शायरी की. इस दौरान उन्होंने मैं मथुरा से चली थी और मदिने तक चली आयी, मैं हिन्दू हूं तो भी तेरे सबिने तक चली आयी, ये दौलत छिन लेना पर हमें ईमान दे देना, हमें गीता से संग या रब जरा कुर्रान दे देना, जहां पूरब से जन्नत की हवा के आये थे झोके, नबी ने जिसको चाहा, बस वहीं हिन्दुस्तान दे देना. आदि कलाम प्रस्तुत की. जो सुन श्रोस्ताओं के मुख से खुब वाह-वाही और जमकर तालियां बजायी.
इसके अलावा मुशायरा कार्यक्रम में शायर कैमूरी ने एक से बढ़कर कलाम की प्रस्तुति कर महफिल में समा बांधा और श्रोस्ताओ से खुब वाह-वाह व तालियां बटोरी. इसके अलावा कवित्री नूरी परवीन, जीएम अंसारी, डॉ प्रो. गुरूचरण सिंह, आदि कलाकारों ने अपनी-अपनी प्रस्तुति से श्रोताओं का खुब मनोरंज किया. इधर, मुशायरा का उद्घाटन अपर समाहर्ता सह अपर जिला दंडाधिकारी चंद्रशेखर प्रसाद सिंह, डीपीआरओ धर्मवीर सिंह आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया. मौके पर जिला प्रशासन के कई अधिकारी, कर्मी उपस्थित थे.