ठंड में कंबल और स्वेटर का वितरण परोपकार का कार्य है : डाॅ एस पी वर्मा

नये सत्र 2023 – 24 में नामांकन के लिए लिखित जाँच परीक्षा रविवार, 8 जनवरी को रखा गया है।

आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 07 जनवरी 2023 : सासाराम। पढ़ने- लिखने की उम्र में बच्चों के बीच परोपकार की भावना जागृत हो। विद्यार्थियों को सामाजिक दायित्वों का अनुभव हो। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए संत पाॅल स्कूल में सन् 1998 से हरेक वर्ष विद्यालय प्रांगण में असहाय बाल मेला का आयोजन कर ठंड से ठिठुरते असहाय बच्चों, वृद्ध- वृद्धाओं एवं दिव्यांगों के बीच कंबल, गर्म ऊनी कपड़ों के अलावा खाद्य सामग्री का वितरण किया जाता रहा है। पिछले दो वर्षों से कोरोना के संकट को ध्यान में रख यहाँ के विद्यार्थियों एवं शिक्षकों ने जरूरतमंद असहाय लोगों के बीच जाकर कंबल एवं अन्य गर्म कपड़ों को वितरण किया है। इसी कड़ी में इस वर्ष कड़ाके की कनकनी भरी ठंड में यहाँ के विद्यार्थी अपने शिक्षकों के साथ दो दिवसीय कार्यक्रम के अंतर्गत शुक्रवार एवं शनिवार के दिन असहाय एवं गरीब जरूरतमंद लोगों के बीच जाकर कंबल एवं स्वेटर वितरित किया। साथ ही सासाराम के कई मुख्य चौक- चौराहों पर अलाव जलाकर राहगीरों को ठंड से राहत भी दिलाने का काम किया है।
उक्त बातें विद्यालय के चेयरमैन डॉ एस पी वर्मा एवं वर्मा एजूकेशनल ट्रस्ट की सचिव वीणा वर्मा ने संयुक्त बयान में अपनी बातों को रखा। उन्होंने बताया कि विद्यालय का मतलब सिर्फ और सिर्फ पढ़ना- पढ़ाना नहीं होता है। एक सफल विद्यालय वही है जहाँ विद्यार्थियों के चहुमुखी विकास के लिए क्वालिटी एजूकेशन के साथ अन्याय गतिविधियों में विद्यार्थियों को शामिल कर उनसे कार्य कराये। दक्षिण बिहार का सर्वश्रेष्ठ संत पाॅल स्कूल विद्यार्थियों की चहुमुखी विकास के लिए जाना जाता है। इस विद्यालय में विद्यार्थियों के गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान करने के साथ अत्याधुनिक संसाधनों से युक्त आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पढ़ाई के लिए करोड़ रूपये खर्च कर रोबोटिक भवन का निर्माण कराया गया है। जो इस जिले के विद्यार्थियों एवं अभिभावकों के लिए गर्व की बात है।

विद्यालय की प्राचार्या आराधना वर्मा ने कहा कि कोरोना काल में जब सारे विद्यालयों में पढ़ाई ठप्प थी। तब इस विद्यालय के युवा प्रबंधक रोहित वर्मा ने अपनी सोच को कारगर साबित कर विद्यालय का सेल्फ सर्विस पोर्टल को लांच किया। इस सेल्फ सर्विस पोर्टल के माध्यम से यहाँ के सभी शिक्षक- शिक्षिकाओं ने समय – सारणी के अंतर्गत अपना पाठ्यक्रम पूरा किया। वहीं प्रबंधक रोहित वर्मा से जब वार्तालाप की गई तो उन्होंने बताया कि कोरोना काल में जहाँ अधिकतर विद्यालयों में ताला लटक गया था। वहीं संत पाॅल स्कूल में हर कार्य सेल्फ सर्विस पोर्टल के माध्यम से नियमित जारी रहा। सुधी अभिभावकों ने भी कोरोना महामारी के समय विद्यालय को भरपूर सहयोग एवं अपना स्नेह प्रदान किया। जिसका सुखद परिणाम यह रहा कि यहाँ के विद्यार्थियों ने सीबीएसई दसवीं एवं बारहवीं बोर्ड परीक्षा में अव्वल स्थान प्राप्त किया। सौ फीसदी विद्यार्थियों का रिजल्ट आना पूरे शाहाबाद क्षेत्र में रिकॉर्ड कायम किया। कोरोना संकट के पश्चात इस विद्यालय में बच्चों का भरपूर नामांकन भी हुआ। कमजोर बच्चों के लिए एक्स्ट्रा क्लासेज के माध्यम से उनके डाउट को दूर करने के लिए उच्च डिग्रीधारी शिक्षक- शिक्षिकाओं को लगाया जाता है। यहाँ के विद्यार्थियों के लिए खेल- कूद की अच्छी व्यवस्था है। समय – समय पर विद्यालय के पीटीआई बच्चों को नेशनल लेबल तक के गेम में शामिल कराते हैं। इस विद्यालय में एनसीसी के साथ विद्यार्थियों को मार्शल आर्ट की भी ट्रेनिंग प्रशिक्षित शिक्षकों द्वारा दी जाती है।

इतना ही नहीं, इस विद्यालय में हाई सिक्योरिटी के बीच अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस हाॅस्टल की भी व्यवस्था है। जहाँ सुदूरवर्ती एवं आसपास के क्षेत्रों के विद्यार्थी यहाँ रहकर अपनी पढ़ाई पूरी करते हैं। हाॅस्टल के बच्चों के लिए मेस की भी व्यवस्था है। मेस के माध्यम से यहाँ के बच्चों को पौष्टिक आहार प्रदान किया जाता है। नये सत्र 2023 – 24 में नामांकन के लिए रजिस्ट्रेशन कराने के लिए जागरूक अभिभावकों एवं बच्चों की अच्छी – खासी भीड़ देखी जा रही है। नये शैक्षणिक सत्र का पहला लिखित जाँच परीक्षा रविवार, 8 जनवरी 2023 को प्रातः 9 बजे से रखा गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !! Copyright Reserved © RD News Network