गौहर जी का आगमन, कबीर साई मंदिर में जत्थेदार ज्ञानी रणजीत सिंह
आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 27 सितम्बर 2023 : पटना : मीठापुर स्थित कबीरपंथी आश्रम कबीर साईं मंदिर में तख्त श्री हरि मंदिर पटना साहिब गुरुद्वारा के जत्थेदार ज्ञानी रणजीत सिंह गोहिर जी ने सदिच्छा भेट दी और संत कबीर के जीवन पर चर्चा करते हुए कहा कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब में संत कबीर के 226 दोहे शामिल हैं और श्री गुरु ग्रंथ साहिब में शामिल सभी भक्तों और संतों में संत कबीर के ही सबसे अधिक दोहे दर्ज किए गए हैं। संत कबीर गुरुनानक देव जी के समकालीन थे, जिन्होंने व्यक्ति को जात-पात, धर्म और क्षेत्र की संकीर्ण मानसिकता से ऊपर उठकर एक ईश्वर की पूजा करने का संदेश दिया।
इस अवसर मंहत ब्रजेश मुनि महाराज जी ने उनका स्वागत किया और कहा कि गुरु नानक को दर्शन दोनों मिल परमार्थ कीन्हा 1506ई.स में गुरु नानक देव जी महाराज राजगीर जाते समय कबीर मठ फतुहा पधारे थे उसे समय उनका समागम हुआ था उसे समय पानी की समस्या होने के कारण सद्गुरु कबीर और गुरु नानक देव जी महाराज ने परमार्थ करते हुए कुंआ का निर्माण करवाया कबीर मठ फतवा में आज भी कबीर गुरु नानक कुंआ मौजूद है। कबीर और गुरु नानक देव जी ने हिंदू-मुस्लिम एकता, सांप्रदायिक सद्भाव और राष्ट्रीय, सामाजिक एकता के प्रवर्तक। वास्तव में, दोनों आध्यात्मिक महापुरुषों ने किसी व्यक्ति के जन्म के आधार पर किसी भी भेदभाव की कड़ी निंदा की (चाहे वह धर्म, जाति, पंथ, जातीयता आदि हो)। इस प्रकार, दोनों जाति व्यवस्था में विश्वास नहीं करते थे। अतः किसी भी जाति या धर्म का व्यक्ति उनका भक्त बन सकता है।
इस अवसर पर युवाचार्य संत विवेक मुनि, कबीर सई डेंटल हॉस्पिटल के डॉक्टर इंद्रजीत कुमार, पटना हाई कोर्ट वरिष्ठ के अधिवक्ता राम नारायण महतो संत करसनदास, मानसरा शांति लोक कल्याण के सचिव कारी पांडे उपस्थित थे